कोरोना संक्रमण के दौरान छत्तीसगढ़ पुलिस और अर्ध सैनिक बलों के जवानों ने किया अतुलनीय कार्य : बघेल | Nation One
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पुलिस परेड ग्राउंड में पुलिस जवानों के लिये आयोजित नव वर्ष कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। उन्होंने विभिन्न सुरक्षा बलों के जवानों के साथ भोजन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल ने पुलिसकर्मियों और अर्ध सैनिक बलों के जवानों को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के तौर में पुलिसकर्मियों और अर्ध सैनिक बलों के जवानों के साथ ये पहला कार्यक्रम है लेकिन आखिरी नहीं। आगे भी मैं आप सबसे मिलता रहूंगा।
मुख्यमंत्री बघेल ने कोरोना संक्रमण के दौरान पुलिसकर्मियों और अर्ध सैनिक बलों के जवानों द्वारा किये गये कार्य की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस ने परित्राणाय साधुनाम के सूत्र को चरितार्थ करके दिखाया है। पहले लोग सोशल मीडिया में पुलिस की आलोचना करते थे। लेकिन लॉकडाउन के दौरान हमारे राज्य की पुलिस ने ऐसा कार्य किया कि सोशल मीडिया छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा किये गये मानवीय कार्यों से भरा पड़ा था। इसके लिये आपकी जितनी प्रशंसा की जाये कम है।
जिस तरह किसान खेत में अन्न का उत्पादन कर हमारा पेट भरते हैं वैसे ही हमारे सुरक्षाकर्मी दिन-रात हमारी सुरक्षा में लगे रहते हैं। किसान और जवान दोनों का योगदान अतुलनीय है। मुख्यमंत्री बघेल ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री द्वारा दिये गये नारा जय जवान-जय किसान को दोहराया।
उन्होंने कहा कि नक्सली क्षेत्र में हमारे जवान साहस और शौर्य के साथ डटे हुए हैं। पुलिस बहुत ही संतुलित तरीके से कार्य कर रही है। तनाव में रहकर भी संयमित होकर कार्य करना हमारी पुलिस की खूबी है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि पुलिस की कैप में भारत का राष्ट्रीय चिह्न होना आपकी विशिष्टता दर्शाता है। इसकी गरिमा बनाये रखना भी आपकी जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नक्सली समस्या समाप्त करने के लिये छत्तीसगढ़ पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान बहुत ही साहस और संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रहे हैं। यही वजह है कि विगत दो वर्षों में एक बार भी मानवाधिकार संगठनों ने कोई भी शिकायत नहीं की है। पिछले दो वर्षों में हमारे जवानों ने आदिवासियों का विश्वास जीता है। पुलिस का मूल कार्य अपराध नियंत्रण करना है। विगत दो वर्षों में सही मायने में कम्युनिटी पुलिसिंग हुई है। अब पुलिसिंग होते हुये दिखायी देती है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि पुलिस को नागरिकों से लगातार संवाद बनाकर रखना चाहिये। इससे अपराधियों और अपराध के बारे में समय से पूर्व भी जानकारी मिल जाती है। आपका कार्य ऐसा हो कि नागरिकों में आपके प्रति भय नहीं बल्कि सुरक्षा की भावना हो।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री बघेल ने विभिन्न सुरक्षाबलों के जवानों से सीधी बात की। उन्होंने दंतेश्वरी फाईटर्स की हेमलता से पूछा कि आपको बंदूक चलाने से डर नहीं लगता। इस पर हेमलता ने बताया कि जब मुठभेड़ होती है तो सिर्फ दुश्मन दिखायी देता है। मुठभेड़ के दौरान डर बिल्कुल भी नहीं रहता है।
मधु पोड़ियाम ने बताया कि मेरे पति मुठभेड़ में शहीद हुये थे। मैं भी एक बम ब्लास्ट में घायल हो गयी थी। लेकिन फिर से नक्सलियों से लड़ रही हूं। आशा सिंह ने बताया कि हमारे लिये बड़े गर्व की बात है नक्सलियों से लड़ने के लिये महिलाओं को भी जिम्मेदारी दी गयी है। मुख्यमंत्री बघेल ने उनके हौसले की तारीफ करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में भी महिलाओं ने उल्लेखनीय भूमिका निभायी थी। नक्सली समस्या समाप्त करने में भी महिलाओं का योगदान अतुलनीय रहेगा।
एसटीएफ के जवान सत्येंद्र तिवारी ने बताया कि 2018 तक पामेड़ हेलीकॉप्टर से जाते थे अभी पामेड़ को बीजापुर से जोड़ने का काम कर रहे हैं। एसटीएफ की सबसे बड़ी फायरिंग रेंज है, आप जरूर देखने आईये। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि शीघ्र ही रेंज देखने आयेंगे।
हिमाचल प्रदेश निवासी एसएसबी के जवान इंद्र सिंह ठाकुर से मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में सेब की खेती कराइये। मुख्यमंत्री ने पूछा कि छत्तीसगढ़ के बारे में आपको क्या पसंद है। इस पर जवान ने कहा कि यहां के लोग हिमाचल की तरह की बहुत ही सहज और सरल हैं।