हैदराबाद: डॉ प्रियंका रेड्डी केस, बेटी पढाओ-बेटी बचाओ का नारा रह गया अधूरा |Nation One|

बेटी पढाओ-बेटी बचाओ का नारा अधूरा रह गया है मोदी जी..बेटियां पढ़ रही हैं लेकिन बच नहीं रहीं हैं बेटियों की सुरक्षा का हाल तो देख ही लिया आपने.

आज पढ़ी लिखी डॉक्टर बेटी का क्या हाल किया है भूखे भेडियों ने..आखिर कब ख़त्म होंगे ऐसे हैवान कब मिटेंगे ये शैतान…देश पूछ रहा है…! कौन है जिम्मेदार ?

आज देश रो रहा है…रोये भी क्यों ना, घटना ही कुछ ऐसी है…जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है…एक ऐसी घटना हुई जिससे पुरे देश के लोगों में आक्रोश फैला हुआ है.

यह एक ऐसी घटना है जो बहुत ही शर्मनाक है,सभ्य समाज के लिए बहुत दर्दनाक है…

बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ जैसे स्लोगन भी आज झूठे लगने लगे हैं क्योंकि सिर्फ बेटी पढ़ाने से ही हम बेटीयों को नहीं बचा सकते..

मामला तेलंगाना के हैदराबाद का नहीं पुरे देश का है.

डॉ. प्रियंका रेड्डी जानवरों कि डॉक्टर थी, लेकिन उन्हें ये नहीं पता था कि इंसानों में भी ऐसे जानवर मौजूद है जिनका इलाज करने में यह पूरा समाज असमर्थ है.

एक ओर बलात्कार, एक और क्रूरता, क्या कानून है?

क्या सोच है…किस समाज में रहतें हैं..कैसे लोग हैं, जहाँ 26 वर्ष कि डॉक्‍टर के साथ दरिंदों ने हेवानीयत की हदें पार कर दी…जिसकी जली हुई लाश हैदराबाद के बाहरी इलाके शादनगर के अंडरपास पर मिली.

आपको बता दें कि प्रियंका रेड्डी ने  बुधवार को शादनगर के टोल प्लाजा के पास अपनी स्कूटी पार्क की थी, जब वह पशु चिकित्सालय से वापस आई तो उनकी स्कूटी पंचर थी.

जिसके बाद उन्होंने अपनी बहन को फोन किया और कहा कि उन्हें डर लग रहा है…इस पर उनकी बहन ने उन्हें टोल प्लाजा जाने और कैब से घर आने की सलाह दी…

उसी समय प्रियंका ने अपनी बहन को बताया था कि  एक व्यक्ति ने उससे मदद की पेशकश की है..इसके बाद उन्होने अपनी बहन को थोड़ी देर में फ़ोन करने की बात कही, लेकिन इसके बाद उनका फ़ोन स्विच ऑफ़ हो गया…

परिजनों ने शादनगर टोल प्लाजा के पास प्रियंका की खोजबीन की, लेकिन वह नहीं मिलीं…वहीं सुबह शादनगर के अंडरपास के पास उसकी अधजली लाश मिली.

इस घटना के बाद सड़क से लेकर संसद तक आक्रोश फ़ैल गया.

हैदराबाद पुलिस ने डॉक्टर प्रियंका रेड्डी से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.

हिरासत में लिए गए लोगों में एक ट्रक ड्राइवर और एक क्लीनर शामिल हैं…वहीं इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग ने जांच समिति गठित की है…

सवाल ये उठता है कि देश के अंदर आए दिन ऐसी तमाम घटनाएँ क्यों होती हैं.

ये कोई नया मामला नहीं है जब रात के समय कोई लड़की घर से बहार निकलती है या कहीं फंस जाती है तो लोग उसकी मज़बुरी का फायदा उठाते हैं.

सोशल मीडिया पर प्रियंका के लिए इंसाफ कि मांग तेज हुई है.

लेकिन प्रसाशन कितना इंसाफ दिला पाएगा, ये तो वक्त ही बताएगा…!

-ब्यूरो रिपोर्ट नेशन वन