हैदराबाद के गांधी अस्पताल में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ का चल रहा है विरोध प्रदर्शन | Nation One
हैदराबाद के गांधी अस्पताल जिसे कोविड अस्पताल बनाया गया है, बीच रात में जूनियर डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ धरने पर बैठ कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कोरोना के मरीजों के अटेंडरों ने जूनियर डॉक्टरों से मारपीट की और अस्पताल के कुर्सियां तोड़फोड़ की।
एक जूनियर डॉक्टर का कहना है कि पिछले दो दिनों से एक कोरोना का एक मरीज (55 साल) बहुत सीरियस अवस्था में था, हम उनके अटेंडरों और अस्पताल प्रशासन को बताते आये हैं, आज उनकी मौत हो गई, उनके मौत की खबर पाते ही पता नहीं कैसे उनके दो अटेंडर ऊपर आ गए जबकि जहां कोरोना पॉजिटिव के मरीज भर्ती हैं, वहाँ किसी बाहरी को आना मना है क्योंकि वे भी संक्रमित हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि वे दोनों सीधे अंदर चले गए और मृतक को देखने के बाद सीधे मेरे सामने आकर प्लास्टिक की कुर्सियां उठाकर तोड़फोड़ करने लगे। मुझपर एक कुर्सी फेंका तो मैंने अपने हाथों से उसे रोका जिससे वह कुर्सी टूट गई, फिर वो लोहे की कुर्सी उठाकर मुझे मारने की कोशिश की लेकिन मेरे थोड़ा दूर होने की वजह से सिर्फ मेरे कमर पर ही लगी।
डॉक्टर ने कहा कि इसी बीच कुछ नर्सों ने कमरा बंद कर दिया, वरना पता नहीं यह लोग कितने कुर्सियां और तोड़ते, उन्होंने बताया कि मैंने बाहर आते ही सभी को फोन किया और मदद मांगने लगा, जबकि 24 घंटे हम यहां ड्यूटी कर रहे हैं। हमारे लिए यहां एक ही सुरक्षा कर्मी है वह भी उस समय मौजूद नहीं था, पता नहीं वे लोग ऊपर कैसे आ गए।
यही नहीं इस मंज़िल में 65 बिस्तर है, जिसमें से 20 मरीजों के अटेंडर हमेशा ऊपर आ जा रहे हैं, उनकी कोई रोकटोक नहीं, जबकि कोरोना संक्रमित मरीजों के पास कोई नहीं आना चाहिए।
आपको बता दें कि डॉक्टरों पर हमले का यह पहला मामला नहीं है, बार बार डॉक्टरों पर हमले हो रहे हैं। जिसकी वजह से सुरक्षा की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी धरने पर बैठकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।