श्रद्धालु बुढ़वा मंगल पर नहीं कर सकेंगे दर्शन, पढ़ें पूरी खबर | Nation One
प्रतिवर्ष भादो मास के अंतिम मंगलवार को मनाए जाने वाले उत्सव बुढ़वा मंगल के रूप में माना जाता है। प्रतिवर्ष पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी में बुढ़वा मंगल की तैयारी को लेकर शासन और प्रशासन सतर्क रहता था। यहां तक की केंद्र सरकार द्वारा भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान दिया जाता है।
भारतीय रेलवे विभाग द्वारा महत्वपूर्ण एक्सप्रेस ट्रेनों को बुढ़वा मंगल पर्व पर पनकी धाम में ठहराव की स्पेशल व्यवस्था की जाती थी तथा राज्य सरकार के निर्देशन में जिलाधिकारी कानपुर नगर द्वारा पनकी हनुमान मंदिर पर मनाए जाने वाले उत्सव में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की जाती थी।
परंतु देश में वैश्विक महामारी (कोविड-19) के रूप में हाय तौबा मचाने वाली बीमारी से सरकार मरीजों की संख्या तेज़ गति से बढ़ने पर नियंत्रण को लेकर विचारविमर्श के साथ नए दिशा निर्देश अपनाते हुए सभी धार्मिक स्थलों व भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती के साथ कड़ाई से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करा रही है।
अनलॉक 4 में पड़ने वाले बुढ़वा मंगल पर 1 सितंबर 2020 को धार्मिक स्थलों पर पूजा पाठ करने की छूट प्रदान की गई है, परंतु जनता द्वारा उनका दर्शन करना एवं पूजा पाठ करना कार्यक्रम के रूप में मनाना पूर्णतया प्रतिबंधित है इसी के चलते पंचमुखी हनुमान मंदिर पनकी में 1 सितंबर 2020 को होने वाले बुढ़वा मंगल पर्व पर कानपुर नगर पुलिस प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ, अपने कब्जे में लेकर लोगों को दर्शन करने एवं भीड़ भाड़ होने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए पुलिस बल लगा दिया है। किसी भी प्रकार से मंदिर के परिक्रमा स्थल एवं पूजा स्थल पर किसी को जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
मंदिर के महंतों के द्वारा हनुमान जी की आरती रात लगभग 1:00 बजे पूर्णतया सुसज्जित कर कराई जाएगी। यह व्यवस्था पुलिस की देखरेख में होगी, वही इस व्यवस्था को लोगों तक जानकारी पहुंचाने के लिए माध्यम सोशल मीडिया द्वारा दी जा रही है। साथ ही महंत कृष्ण दास व जितेंद्र दास द्वारा अपने संबोधन में मीडिया एवं सोशल मीडिया के माध्यम से बुढ़वा मंगल पर्व को घर पर ही मनाने का संदेश दिया जा रहा है।
साथ ही हनुमान जी की आरती का प्रसारण भी या उनका दर्शन सोशल मीडिया का सहारा लिया जाएगा, जिससे लोग बुढ़वा मंगल पर्व पर घर बैठे दर्शन कर सकेंगे और अपने ही घर पर हनुमान जी का भोग एवं मूर्ति पर पूजा एवं दर्शन किया जा सकेगा। जिससे चल रही देश में महामारी से बचाव के लिए अपना सहयोग प्रदान किया जा सकेगा और अधिक होने वाली मौतों पर कमी लाई जा सकेगी। यह पर्व लोगों के लिए एवं हनुमान भक्तों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
कानपुर से आरिफ़ मोहम्मद की रिपोर्ट