राजनीति नही वार्ड नं 3 का विकास करना उनकी प्राथमिकता : दिनेश घर्रौट | Nation One
पलवल : पंचायती चुनावों की सुगबुगाहट अब तेज होने लगी है। हालांकि अभी पंचायती संस्थानों के आरक्षण के ड्रा का संकट भी मंडरा रहा है। पंचायत चुनाव में महिलाओं के 50 प्रतिशत और पिछड़े वर्गों के 8 प्रतिशत आरक्षण के ड्रा निकलने को लेकर चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार टकटकी लगाए बैठे है।
वहीं कुछ जगहों पर हाल ही में विधानसभा में पंचायती राज चुनावों में आये सम विषम कानून से भी लोग असमंजस की स्तिथि में है कि उनकी सीट महिला होगी या पुरुष। पलवल वार्ड नं 3 से जिले के वरिष्ठ समाजसेवी डॉ दिनेश शर्मा घर्रौट ने भी चुनावी मैदान में ताल ठोक दी है।
दिनेश शर्मा पिछले लंबे समय से समाजसेवा के साथ साथ राजनीति में भी सक्रिय है और एक अच्छा खासा जनाधार उनका इस क्षेत्र में है। और उन्होंने वार्ड नं 3 से चुनावी समर में उतरने की पूरी रणनीति तैयार कर ली है। इसके लिए उन्होंने वार्ड नं 3 के सम्बंधित गांवों स्यारौली,कानोली,खेड़ली जीता,मंडौरी, मिंडकोला, रीबड़, पौण्डरी, मढ़नाका, बिघावली, अकबरपुर नाटोल, मीरका, दुरेन्ची, रनसीका, भंगुरी, मंगोरका, सांपनकी, बिछपुरी, पुठली, घर्रौट, खोकियाका, जैनपुर, जनाचौली और आलूका आदि गांवों के लोगों से सम्पर्क कर चुनाव का पूरा मसौदा तैयार कर लिया है।
हालांकि वार्ड नं 3 से और भी कई प्रत्याशी चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके है लेकिन दिनेश शर्मा के मिलनसार स्वभाव और ईमानदार छवि के चलते उनकी दावेदारी सबसे मजबूत नजर आ रही है। एक और दिलचस्प बात इस वार्ड में यह है कि यह वार्ड पलवल जिले की हथीन विधानसभा में लगता है और यहां से सत्तारूढ़ भाजपा का विधायक है और विधायक प्रवीण डागर के खुद अपने गांव मिंडकोला के साथ साथ अन्य कई उनके करीबी समर्थक भी चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक रहे है ऐसे में विधायक के लिए भी मुश्किलें पैदा होंगी की वो किस उम्मीदवार का समर्थन करते है इससे भी बड़ी बात यह है कि वो जिस उम्मीदवार का समर्थन करेंगे उसके साथ अन्य प्रत्याशियों में जरूर रोष बनेगा। जिसका सीधा फायदा डॉ दिनेश शर्मा को मिलता नजर आएगा।
आपको बतादें सरकार के सम विषम कानून को आने से पहले दिनेश घर्रौट की पत्नी मंजू घर्रौट इस वार्ड से चुनावी समर में थी लेकिन सम विषम कानून आने के बाद खुद दिनेश घर्रौट इस वार्ड से चुनाव लड़ेंगे।
चुनाव लड़ रहे दिनेश शर्मा का कहना है कि वो इस चुनाव को किसी पद या राजनैतिक लाभ के लिए नही बल्कि वार्ड के विकास के लिए लड़ रहे है वार्ड नं 3 का चहुंमुखी विकास ही उनकी प्रार्थमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि अगर जनता ने उन्हें सेवा करने का मौका दिया तो बिजली,पानी और शिक्षा जैसी मूलभूत जरूरतें पूरा करना उनका पहला कर्तव्य होगा।