वैक्सीन आने के बावजूद भी लोगों को पहनना होगा मास्क | Nation One
कोरोना वायरस ने जहाँ देशभर में लाखों लोगो की जान ले ली है। वहीं अभी तक कोरोना वैक्सीन का कोई नामो निशान नही है। जहाँ देशभर के विशेषज्ञ व साइंटिस्ट कोरोना वायरस को लेकर अलग-अलग बाते सामने रख रहे है। वहीं अब अमेरिका के प्रमुख संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. एंथनी फाउची ने कहा है कि वैक्सीन उपलब्ध होने के बावजूद भी 2021 तक लोगों को मास्क पहनना होगा। उनका कहना है कि सिर्फ वैक्सीन के जरिए 2021 तक कोरोना पर काबू नहीं पाया जा सकता है।
वहीं उन्होंने कहा कि हमें वैक्सीन के साथ भी सोशल डिस्टेंस, हाथों की सफाई और मास्क का उपयोग जारी रखना होगा। उन्होंने कहना है कि ऐसा करके ही हम कोरोना वायरस के स्तर को काफी नीचे ला सकते हैं जिससे यह महामारी खत्म हो जाए।
फाउची का यह भी कहना है कि पहली कोरोना वैक्सीन इतनी प्रभावी नहीं रहने वाली है जो लोगों को 100 फीसदी कोरोना वायरस से बचा सके. उन्होंने कहा कि शायद वैक्सीन लोगों के लिए 70 फीसदी तक सुरक्षित साबित हो जाए. इससे पहले एक्सपर्ट यह भी कह चुके हैं कि अगर ट्रायल के दौरान वैक्सीन 50 फीसदी लोगों के लिए भी प्रभावी रहती है तो उसे मंजूरी मिल सकती है.
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी कोई एक चीज नहीं है जो अपने दम पर कोरोना वायरस को पूरी तरह खत्म कर सके। इसलिए एक साथ कई चीजों के उपयोग की जरूरत है। वहीं अमेरिका में एस्ट्रेजेनका, मॉडर्ना, फाइजर और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन ट्रायल के आखिरी राउंड में पहुंच चुकी है। एस्ट्रेजेनका, मॉडर्ना और फाइजर की वैक्सीन अगर सफल साबित होती है तो लोगों को इन वैक्सीन की केवल दो खुराक की ही जरूरत होगी। वहीं, जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन की एक खुराक ही प्रभावी हो सकती है।