लॉकडाउन की तरफ बढ़ रही दिल्ली, प्राइवेट आफिस भी पूरी तरह से होंगे बंद, पढ़ें पूरी खबर | Nation One
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब सरकार ने और कड़े कदम उठाने का फैसला लिया है। दिल्ली के निजी दफ्तर अब पूरी तरह से बंद रहेंगे।
यानी अब दिल्ली के निजी दफ्तरों के कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम में काम करेंगे। DDMA ने मंगलवार को यह आदेश दिया है। हालांकि, कुछ सर्विसेज को उक्त पाबंदी से छूट दी गई है।
फिलहाल, निजी दफ्तर 50 प्रतिशत क्षमता के साथ चल रहे थे। इससे पहले सरकारी दफ्तर बंद कर दिए गए थे। वहीं, दिल्ली में रेस्टोरेंट और बार को बंद करने का फैसला भी एक दिन पूर्व लिया जा चुका है।
डीडीएम के की बैठक में तय किया गया कि निजी दफ्तरों को पूरी तरह से बंद रखा जाएगा। बैंकिंग के साथ ही आवश्यक सेवाओं पर ये व्यवस्था लागू नहीं होगी। सारे दफ्तर बंद हो जाएंगे। ऐसे में दिल्ली सरकार भी धीरे धीरे लॉकडाउन की ओर बढ़ती जा रही है।
इन्हें मिली छूट, सेवा रहेंगी सुचारु
- प्राइवेट बैंक
- ज़रूरी सर्विस देने वाली कंपनियों के दफ्तर (इसकी अलग से सूची है)
- इंश्योरेंस/मेडिक्लेम कंपनी
- फार्मा कंपनियों के दफ्तर जिसमें प्रोडक्शन और डिस्ट्रीब्यूशन के प्रबंधन की जरूरत हो
- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा नियमित संस्थाएं या इंटरमीडियरी
- सभी नॉन बैंकिंग फाइनैंशल कॉरपोरेशन
- सभी माइक्रोफाइनेंस संस्थान
- अगर अदालतें/ ट्रिब्यूनल या कमीशन खुले है तो वकीलों के दफ्तर
- कोरियर सर्विस
दिल्ली में कोरोना की स्थिति
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना का हमला तेज होता जा रहा है। हालांकि पिछले दिन की अपेक्षा कोरोना के नए केस कुछ कम मिले, लेकिन दिल्ली में कोरोना टेस्ट कराने वाला हर चौथा व्यक्ति संक्रमित मिल रहा है।
हालांकि देश की राजधानी दिल्ली में रविवार की तुलना में कोरोना के नए मामलों की संख्या में कुछ कमी आई है। दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 19166 नए कोरोना मामले सामने आए हैं। पॉजिटिविटी रेट 25 फीसद है।
दिल्ली में टेस्ट करवाने वाला हर चौथा व्यक्ति कोरोना संक्रमित है। 5 मई 2021 के बाद यह सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है। पिछले 24 घंटों में 17 मरीजों की मौत हुई।
एक दिन पहले रविवार की शाम की रिपोर्ट में भी को भी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कारण 17 मरीजों की मौत हुई थी। दिल्ली में 9 जनवरी को 22 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मिले थे।