देहरादून: देश के पहले बायोफ्यूल विमान की उड़ान हुई कामयाब…
देहरादून:“एक बार फिर उत्तराखंड का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज होे गया है, उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम भी इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया””है। आपको बता दे कि भारत में पहली बार बायोफ्यूल हवाई जहाज ने जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से उड़ान भरी। बायोफ्यूल हवाई जहाज ने आज सोमवार सुबह करीब 11:20 पर उड़ान भरी।” देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर देश के पहले बायोफ्यूल जहाज की टेस्ट उड़ान के साथ ही इतिहास रचा गया।
Flagged off first-ever biofuel run @flyspicejet flight from Dehradun airport today. This flight marks a huge shift in Indian aviation sector and is the result of PM @narendramodi govt’s initiatives to promote biofuels in the country. pic.twitter.com/NxqrAIydSM
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) August 27, 2018
वही सीएम ने ट्टीट करते हुए कहा कि बायोफ्यूल से फ्लाइट उड़ाने वाला भारत पहला विकासशील देश बन गया है। जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर बायोफ्यूल से चलने वाली फ्लाइट को फ्लैग ऑफ़ किया। इस सफल प्रयोग से भारत की अरब देशों पर तेल की निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही कार्बन उत्सर्जन में 80 फीसद तक कमी लाई जा सकेगी।
बायोफ्यूल से फ्लाइट उड़ाने वाला भारत पहला विकासशील देश बन गया है। जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर बायोफ्यूल से चलने वाली फ्लाइट को फ्लैग ऑफ़ किया। इस सफल प्रयोग से भारत की अरब देशों पर तेल की निर्भरता कम हो सकेगी। साथ ही कार्बन उत्सर्जन में 80 फीसद तक कमी लाई जा सकेगी। pic.twitter.com/KMH2Pm9jVU
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) August 27, 2018
“जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से इस विमान को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने “हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस विमान को दिल्ली के लिये रवाना किया गया। इसके साथ ही इस विमान” में कई वैज्ञानिक भी मौजूद रहे। देश में पहली बार बायोफ्यूल” की मदद से विमान संचालन को लेकर पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक अंजन रे ने जानकारी दी कि इस फ्यूल को बायोजेट फ्यूल या एविएशन बायोफ्यूल कहा जाता है।
“वही रे ने बताया कि संस्थान में इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिये प्लांट लगा है और हर घंटे 4 लीटर इंधन बनाया जाता है। साइंटिस्ट ने बताया कि” विमान ने 325 लीटर इंधन डाला गया है जिसका मतलब कि संस्थान ने 80 घंटे में वो इंधन तैयार किया। वही दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इस विमान के सफलतापूर्वक पहुंचने पर पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विमान कर्मियों और विमान में सवार वैज्ञानिकों एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया।