देहरादून : झोलाछाप डॉक्टर की हैवानियत, 3 और 7 साल की मासूमों के साथ किया दुष्कर्म | Nation One
देहरादून : एक और तो डॉक्टर को भगवान का दर्ज़ा दिया जाता है, वहीं जब रक्षक ही भक्षक बन जाये तो आप ही बताईये क्या करें, ऐसा ही एक मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से सामने आया है। जिसने डॉक्टर शब्द की परिभाषा को ही बदल के रख दिया है। बता दें कि देहरादून के पथरी बाग इलाके में एक 60 साल के बुजुर्ग झोलाछाप डॉक्टर ने अपनी दुकान में काम करने वाली महिला की दो मासूम बच्चियों जिनकी उम्र 3 और 7 साल है को नशीली दवा पिलाकर अपनी हवस का शिकार बना लिया।
जानकारी के मुताबिक आरोपी झोलाछाप डाॅक्टर भारत भूषण का पथरी बाग में क्लीनिक और मेडिकल स्टोर है। जानकारी के मुताबिक बच्चियों की मां आरोपी की दुकान में काम करती थी। करीब एक महीने पहले वह आरोपी के मकान में किराए पर रह रही थी। रविवार दोपहर को 7 और 3 साल की दोनों बच्चियों को आरोपी के पास छोड़कर गई थी। इसी दौरान उसने दूध में नशीली दवा पिलाकर दोनों को बेहोश कर उनके साथ इस घटना को अंजाम दिया।
बच्चियों की मां ने बताया कि जब वह दोपहर बाद वह लौटी तो देखा कि दोनों बेटियां भारत भूषण के कमरे में बेहोश पड़ी थीं। उनको बेहोशी हालत में देखकर उनकी मां ने डॉक्टर भारत भूषण से कारण पूछा तो उसने कहा कि उनके बेटियों को कोरोना संक्रमण हो रखा है और वे उनकी जांच कर लेंगे। लेकिन पीड़ितों की मां ने अपने बच्चों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर उनके साथ बलात्कार होने की पुष्टि हुई।
जिसके तुरंत बाद ही पीड़ित बच्चियों की मां ने आरोपी के खिलाफ पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया है। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर वहां पर पहुंची और झोलाछाप डॉक्टर भारत भूषण को उसके क्लीनिक से गिरफ्तार किया। वहीं आरोपी झोलाछाप डॉक्टर भारत भूषण ने अपना जुर्म कबूलते हुए कहा कि उसने दोनों बच्चियों के दूध में बेहोशी की दवा मिलाकर उनके साथ दुष्कर्म किया है और उनका शारीरिक शोषण किया है।
फिलहाल पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के ऊपर मुकदमा दर्ज कर दिया है और पोक्सो एक्ट में गिरफ्तार करते हुए उसे कोर्ट में पेश किया है जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। वहीं दोनों बच्चियां अभी अस्पताल में भर्ती हैं जहां उनका उपचार चल रहा है।