दून में बादल फटने जैसे हालात, एक घंटे में बरसा 70 मिमी. पानी

देहरादून। दूनघाटी में बुधवार को सिर्फ एक घंटे के भीतर 70 मिलीमीटर पानी बरसने से बादल फटने जैसी स्थिति हो गई। तेज बारिश में राजधानी और आसपास के इलाकों में सड़कों पर बहती नहरों से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। कई कॉलोनियों में घरों और दुकानों में कई फुट पानी भर गया। डोईवाला के बुल्लावाला स्थित प्राइमरी स्कूल में पानी भरने से बच्चे काफी देर तक फंसे रहे। वहीं विजीबिलिटी कम होने की वजह से जेट एयरवेज की दिल्ली से आ रही उड़ान जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर लैंड नहीं कर पाई और फ्लाइट के दिल्ली लौटने की सूचना है। मियांवाला स्थित बिजलीघर में पानी घुस जाने के कारण ग्रामीण इलाकों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई।

वहीं दिल्ली हाईवे डाट मंदिर और मोहंड के बीच तथा देहरादून-मसूरी मार्ग कोल्हूखेत व भट्टा गांव के पास मलबा आने से बंद हो गया। ऋषिकेश-गंगोत्री नेशनल हाईवे और ऋषिकेश-बदरीनाथ नेशनल हाईवे मलबा आने के कारण बंद हो गए हैं। इस कारण गंगोत्री और बदरीनाथ की यात्रा फिलहाल रूक गई है। इस बीच, कल से अगले एक सप्ताह मानसून के कमजोर रहने से प्रदेश में थोड़ा राहत के आसार हैं।

भारी बारिश के कारण भूस्खलन होने से प्रदेश भर में कई नेशनल और स्टेट हाईवे बंद होने की सूचना है। मीडिया रिपोर्ट में राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र के हवाले से बताया गया कि ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग शिवनंदी के पास और ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग फकोट के नजदीक भूस्खलन से बंद हो गया है। उत्तरकाशी-लंबगांव-श्रीनगर मार्ग लंबगांव के निकट अवरूद्ध हो गया है। प्रदेश की राजधानी को देश की राजधानी दिल्ली से जोड़ने वाला देहरादून-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग मोहंड और डाटमंदिर के बीच भूस्खलन से बंद हो गया, जिसे कुछ देर बाद आवाजाही के लिए खोल दिया गया। उधर, देहरादून-मसूरी मार्ग कोल्हूखेत और भट्टा गांव के निकट बंद हो गया। भट्टा के पास जेसीबी की मदद से मार्ग खोल दिया गया। सभी बंद मार्गों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं अल्मोड़ा जिले में एक स्कूल का पुराना जर्जरहाल भवन ध्वस्त हो गया। वहां रह रहे करीब डेढ़ दर्जन मजदूरों ने समय रहते बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। प्रदेश में गंगा-यमुना समेत सभी नदियां उफान पर हैं।

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