बुधवार शाम को व्यापारियों ने बस अड्डा शिफ्टिंग को लेकर एक बैठक कर विरोध जताया और सरकार से इस निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग की। श्रवणनाथ मठ में आयोजित बैठक में व्यापार मंडल एक गुट के अध्यक्ष व पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष ओपी जमदग्नि ने कहा कि शासन-प्रशासन को जनता की राय लेने के बाद ही बस अड्डे की शिफ्टिंग को लेकर कोई फैसला लेना चाहिए। सभी वर्गों में इस फैसले को लेकर आक्रोश देखा जा रहा है। फैसले को व्यापारियों के हितों से खिलवाड़ बताते हुए उन्होंने कहा कि वे नेता बाद में व्यापारी पहले हैं।
व्यापार मंडल के राष्ट्रीय सचिव कैलाश केसवानी ने कहा मां गंगा के पावन स्थल हरकी पैड़ी से यात्रियों को दूर किया जा रहा है। शासन प्रशासन द्वारा वर्तमान बस अड्डे से हरकी पैड़ी की मात्र एक किलोमीटर की दूरी की व्यवस्था तो ठीक से नहीं हो पाती, हरकी पैड़ी से सराय तक लगभग 15 किलोमीटर दूरी को किस प्रकार व्यवस्थित किया जाएगा। शहर अध्यक्ष संजीव नैयर ने कहा हरिद्वार में यात्री जिस आस्था से आता है और उसकी जो दुर्गति होती है वह किसी से नहीं छिपी है। आज बस अड्डा स्थानांतरण हो रहा है, कल हरकी पैड़ी का स्थानांतरण किया जाएगा।
बस अड्डा शिफ्ट किया तो चुप नहीं बैठेगा व्यापारी
महानगर व्यापार मंडल एक गुट के अध्यक्ष व कांग्रेस नेता सुनील सेट्टी ने कहा कि अगर बस अड्डे को यहां से शिफ्ट किया तो हरिद्वार का व्यापारी चुप नहीं बैठेगा। सेठी ने कहा कि चाहे हरिद्वार में 4 बस अड्डे और बना दिए जाएं, लेकिन हरिद्वार का बस अड्डा शिफ्ट नहीं होने दिया जाएगा। व्यापारी नेता कमल बृजवासी ने कहा कि हरिद्वार का व्यापारी बहुत ही शांत है। हरिद्वार की आस्था को देखते हुए शासन-प्रशासन बस अड्डे को शिफ्ट करेगा तो उसके खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा। हरीश मल्होत्रा ने कहा कि बस अड्डे का स्थानांतरण हरिद्वार के व्यापारियों की आजीविका के साथ खिलवाड़ है। बस अड्डा और रेलवे स्टेशन आमने सामने हैं जिस कारण यात्री को कोई परेशानी नहीं होती है।