साइबर एक्सपर्ट की सलाहः व्हाट्स एप बंद होने की अफवाह पर ध्यान न दें

देहरादून। न्यूज लाइव ब्यूरो


सोशल मीडिया पर व्हाट्स एप बंद होने की सूचना तेजी से वायरल हो रही है। साइबर एक्सपर्ट ने इस सूचना को भ्रामक और अफवाह बताते हुए इसकी ओर ध्यान नहीं देने की अपील की है।

अंकुर चंद्रकांत, साइबर एवं फोरेंसिक एक्सपर्ट

जाने माने साइबर और फोरेंसिक एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकांत ने इस अफवाह को किसी साइबर हमले का संकेत मानते हए सोशल मीडिया यूजर्स को सतर्क रहने की सलाह दी है। चंद्रकांत ने इस संबंध में एक ट्वीट भी किया है। साइबर क्राइम के खिलाफ लोगों को जागरूक करने की मुहिम चला रहे फोरेंसिक एवं साइबर एक्सपर्ट अंकुर चंद्रकांत का कहना है कि इन दिनों व्हाट्सएप बंद होने की सूचना सोशल मीडिया पर प्रचारित की जा रही है, जो पूरी तरह से अफवाह है। इसको कंप्यूटर ग्राफिक की मदद से तैयार करके लोगों में इस तरह वायरल किया जा रहा है, मानो किसी टीवी चैनल और अखबार में यह खबर प्रकाशित हुई हो। श्री चंद्रकांत ने बताया कि लोगों का ध्यान जरूरी कार्यों से बंटाकर केवल व्हाट्सएप वाली इस अफवाह की ओऱ ले जाया जा रहा है, ताकि लोगों में दहशत फैल जाए और साइबर क्रिमिनल अपने मंसूबों को अंजाम दे सके। उन्होंने बताया कि अक्सर साइबर हमलों से पहले इस तरह की अफवाहों को फैलाया जाता है।

सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के लिए की गई पोस्ट। इस पोस्ट के खिलाफ जागरूकता के लिए साइबर एक्सपर्ट कर रहे अपील।

उनका कहना है कि कुछ दिन बाद हो सकता है कि साइबर क्रिमिनल सोशल मीडिया पर यह कहते हुए एक लिंक वायरल कर दें, कि व्हाट्सएप को बचाने के लिए इस पर क्लिक करें। चंद्रकांत ने बताया कि यह सब लोगों की पर्सनल इन्फारमेशन इकट्टा करने की एक साइबर साजिश भी हो सकती है। कृपया करके ऐसी किसी भी अफवाह से बचें और इसको शेयर न किया जाए। उन्होंने बताया कि देश के करोड़ों लोग व्हाट्सएप यूजर हैं और बिजनेस से लेकर स्टडी तक का मैटिरियल व्हाट्स पर शेयर किया जाता है। इसलिए साइबर क्रिमिनल ने व्हाट्सएप को लेकर अफवाह फैलाई है, ताकि लोग कुछ दिन तक इस सूचना में व्यस्त रहें और साइबर जानकार अन्य सिक्योरिटी को छोड़कर इस पर काम करते रहें। श्री चंद्रकांत इस सूचना को कुछ इस तरह समझाते हैं, जैसे किसी कॉलोनी को सूचना दी जाए कि वहां तीन दिन पानी नहीं आएगा। यह सूचना मिलते ही लोग अन्य काम भूलकर पानी इकट्ठा करने में जुट जाएंगे। इससे उनके अन्य कामकाज प्रभावित हो जाएंगे।

साइबर एक्सपर्ट चंद्रकांत ने सोशल मीडिया यूजर्स को किसी भी अंजान व्यक्ति को अपने ग्रुप में शामिल नहीं करने की सलाह दी है। उनका कहना है कि किसी भी अंजान को न तो फ्रैंडशिप रिक्वेस्ट भेजें और न ही उसकी रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट करें। सोशल मीडिया पर आने वाले किसी भी अंजान लिंक को क्लिक न करें और न ही उसको फॉलो करें।

उनका महत्वपूर्ण सलाह है कि अपने व्हाट्सएप ग्रुप पर फैली किसी भी उत्तेजित करने वाली पोस्ट को शेयर न करें और अपने ग्रुप से +92 से शुरू होने वाले नंबरों को बाहर कर दें। इन नंबरों को डिलीट कर दें। क्योंकि अक्सर इन नंबरों से लिंक भेजे जाते हैं, जिनको क्लिक करके आपकी सूचना साइबर क्रिमिनलों तक पहुंच जाती हैं।

साइबर एक्सपर्ट ने सलाह दी कि उन ग्रुपों से बचा जाए, जो वैमनस्यता फैलाने का काम करते हों। इन ग्रुपों और पोस्ट की सूचना तुरंत साइबर एक्सपर्ट या पुलिस को दी जाए।

सोशल मीडिया पर अंजान लोगों के साथ ग्रुप चैटिंग से बचा जाए।

आपत्तिजनक पोस्ट पर साइबर एक्सपर्ट से मिलें

अक्सर सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट आते हैं। इन पोस्ट की शिकायत पुलिस से करें। यदि सीधे पुलिस के पास नहीं जा रहे हैं तो साइबर एक्सपर्ट से मिलें। साइबर एक्सपर्ट पुलिस और साइबर क्राइम से पीड़ित व्य़क्ति के बीच किसी ब्रिज की तरह काम करता है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *