कोरोना संक्रमित का शव जेसीबी के जरिए पहुंचाया गया श्मशान घाट, सियासी घमासान हुआ तेज | Nation One
आंध्र प्रदेश में एक कोरोना संक्रमित बुजुर्ग का शव उसके घर से श्मशान घाट तक एक जेसीबी मशीन के जरिए पहुंचाया गया। बताया जा रहा हैं की बुजुर्ग की उम्र 72 थी।
इस घटना के कारण विपक्ष ने हंगामा मचा दिया है जिसके बाद राज्य का सियासी पारा गर्मा गया है। बता दें कि घटना सामने आने के बाद दो अधिकारियों को निलंबित भी कर दिया गया है।
नगर निगम का पूर्व कर्मचारी डोर-टू-डोर हेल्थ सर्वे के दौरान कोरोना पॉजिटिव हो गया था। जिसकी मौत श्रीकुलुम जिले के पसाला गांव में हो गई थी। यह खबर एक वीडियो जरिए सामने आयी थी।
In Udayapuram area of #Palasa #Srikakulam #AP, body of 72-yr-old man who had tested positive for #COVID19 during house-to-house survey & died at home, was shifted to crematorium in #JCB machine; after uproar, municipal commissioner & sanitary inspector suspended @ndtv @ndtvindia pic.twitter.com/DbMPCIKRqL
— Uma Sudhir (@umasudhir) June 27, 2020
इस वीडियो में कर्मचारी PPE किट पहनें नजर आ रहे हैं, तो वहीं जेसीबी मशीन के आगे वाले हिस्से पर शव रखा दिख है। यह घटना इसलिए हुई क्योकि बुजुर्ग की मौत के बाद पड़ोसियों ने चिंता जाहिर की थी कि शव की वजह से आस-पास के इलाकों में कोरोना का संक्रमण फैल सकता है।
घटना सामने आने कें बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी ने आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि यह अमानवीय है, अधिकारियों को साफ निर्देश दिए गए हैं कि इस तरह के मामलों में किस तरह से कदम उठाने हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी के नेता चंद्रबाबू नायडू ने भी इस घटना पर शोक जताया और राज्य सरकार की जमकर आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमित शव को प्लास्टिक में लपेटकर जेसीबी से ले जाते हुए देखना बेहद दुखद है। वह मरने के बाद भी सम्मान के हकदार हैं। जगन सरकार को इस अमानवीय घटना पर शर्म आनी चाहिए।
आपको बता दे की यह पहली बार नही हैं, पिछले दिनों भी आंध्र प्रदेश में ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जब कोविड-19 संक्रमित एक महिला का शव ट्रैक्टर पर देखा गया था।