धारानौला स्थित रामलीला मैदान में दुकानों के निर्माण किए जाने की सुगबुगाहट के बाद लोग भड़क गए। नाराज लोगों ने सोमवार को नगर पालिका में प्रदर्शन किया। ईओ का घेराव कर निर्माण कार्य के टेंडर को निरस्त करने की मांग की। मामले को लेकर डीएम को भी ज्ञापन दिया।
वक्ताओं ने कहा कि रामलीला मैदान की जमीन को खुर्दबुर्द करने का प्रयास नगर पालिका कर रही है। यह भूमि स्वास्थ्य विभाग की है जहां वर्षो से रामलीला के मंचन सहित अनेक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। रामलीला मैदान की भूमि नगर पालिका की नहीं है उसमें नगर पालिका निर्माण कार्य नही कर सकती है।
टेंडरों को जल्द निरस्त करने की मांग
क्षेत्र वासियों ने रामलीला मैदान के नीचे दुकाने बनाने के लिए कराए गये टेंडरों को जल्द निरस्त करने की मांग की। टेंडर की सूचना भी एक समाचार पत्र में प्रकाशित कराई गई। जिससे यह सूचना केवल टेंडर पाने वाले लोगों को ही हुई है। ज्ञापन में कहा गया है कि जानकारी के अनुसार उक्त स्थान का स्वामित्व भी नगर पालिका के पास नहीं है। क्षेत्र के लोगों ने टेंडर को निरस्त कर निर्माण कार्य नहीं किए जाने की मांग की।
ज्ञापन देने वालों में मनोज सनवाल, राजेंद्र पांडे, पूर्व सभासद एलके पंत, अजीत सिंह कार्की, कमलेश पांडे, पूरन बिष्ट, प्रमोद कुमार बिष्ट, चंदन बोरा, जगदीश बिष्ट, प्रकाश लोहनी, अजय बोरा, हिमांशु कांडपाल, पुष्कर प्रसाद पांडे, अर्जुन सिंह, नरेंद्र कुमार वर्मा, भुवन जोशी, भानु पटवा, हेम चंद्र पांडे, ऋतिक पांडे, जगदीश जोशी, देवेंद्र भट्ट, पीसी तिवारी, गोविंद भट्ट, राजेंद्र मनराल, दीपक गुरुरानी, गिरीश धवन, शेखर जोशी, उमा शंकर, भूपाल सिंह मनराल आदि मौजूद रहे।