अटल टनल के बाद अब कारगिल इलाके को कश्मीर घाटी के साथ जोड़ने वाली जोजिला टनल के निर्माण का काम बृहस्पतिवार से शुरू हो जाएगा। इस टनल का निर्माण पूरा होने के बाद लेह और श्रीनगर के बीच पूरे साल आवागमन करना संभव हो पाएगा और दोनों के बीच के सफर में तकरीबन 3 घंटे का समय कम लगेगा। फिलहाल 11,578 फुट की ऊंचाई पर जोजिला दर्रे में नवंबर से अप्रैल तक साल के छह महीने भारी बर्फबारी होने के कारण एनएच-1 यानी श्रीनगर-कारगिल-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन बंद रहता है।
वहीं, केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने कहा कि, गडकरी बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर में जोजिला टनल के लिए पहले विस्फोट को चालू करेंगे। मंत्रालय के मुताबिक, इस टनल का निर्माण पूरा होने पर श्रीनगर और लेह के बीच पूरा साल संपर्क जुड़े रहने से जम्मू-कश्मीर का सर्वांगीण आर्थिक और सामाजिक-सांस्कृतिक एकीकरण हो पाएगा। साथ ही साथ मंत्रालय ने कहा, यह टनल पूरा होने के बाद आधुनिक भारत के इतिहास में ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। यह देश की रक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। खासतौर पर लद्दाख, गिलगित और बाल्टिस्तान क्षेत्रों में हमारी सीमाओं पर चल रही भारी सैन्य गतिविधियों को देखते हुए इसकी बेहद अहम भूमिका होगी।
बता दें कि, यह प्रोजेक्ट लगभग 33 किलोमीटर के दो सेक्शन के अंदर दो डिवीजन में पूरा किया जाएगा। इसके पहले सेक्शन में 18.50 किलोमीटर की सड़क का निर्माण करना है। दूसरे सेक्शन में 9.5 मीटर चौड़ी और 7.57 मीटर ऊंची दो सड़क लेन वाली जोजिला पास सुरंग का निर्माण किया जाएगा। 14.15 किलोमीटर लंबी यह टनल घोड़े की नाल के आकार में बनेगी।