गैरसैंण में विधानसभा के बजट सत्र के छठे दिन हरक सिंह रावत ने कांग्रेस पर कुछ ऐसी टिप्पणी की कि सदन में हंगामा मच गया। हालांकि लोकायुक्त पर कांग्रेस के हंगामे के बीच त्रिवेंद्र सरकार को दूसरा आम बजट ध्वनिमत से पारित हो गया। विपक्ष के शोरगुल के बीच विनियोग विधेयक के साथ ही तीन और विधेयक भी पारित हो गए है। विपक्ष के हंगामे के कारण सत्र की कार्यवाही करीब एक घंटा तक बाधित रही। अध्यक्ष को दो बार सदन को स्थगित करना पड़ा। विधेयक पारित होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।
सोमवार के सदन के छठे दिन हंगामे की शुरुआत प्रश्नकाल से ही आरंभ हो गई। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्दयेश ने काम रोको प्रस्ताव के तहत लोकायुक्त पर चर्चा की मांग की। इंदिरा के यह कहते ही वन मंत्री डॉ हरक सिंह रावत अपनी सीट पर खड़े हुए और तीखे अंदाज में कांग्रेस का विरेाध किया। हरक ने कहा कि, कांग्रेस चोरों की पार्टी है, उसे लोकायुक्त की बात करने का अधिकार नहीं है। यह सुनते ही कांग्रेस के सभी विधायक नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए। उनके हाथों में लोकायुक्त को लेकर तख्तियां भी थी।
दो बार स्थगित किया सदन
दोनों पक्षों की ओर से तीखी बहस शुरू हो गई। सदन में 12 मिनट तक हंगामा जारी रहने पर विस अध्यक्ष ने सदन को आधे-आधे घंट के लिए दो बार स्थगित किया। प्रश्नकाल के बाद भी हंगामा जारी रहने पर विस अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही शुरू कर दी। विभागवार अनुदान मांगों पर चर्चा के बाद संसदीय कार्यमंत्री ने विनियोग विधेयक को सदन के पटल पर रखा। सदन ने ध्वनिमत दे उसे मंजूर कर दिया। इसके साथ ही तीन और विधेयक भी पारित कर दिए गए। इसके बाद विस अध्यक्ष ने सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। उधर, वन मंत्री रावत की विवादित टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया है।