जगजीतपुर बचाओ संघर्ष समिति ने जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाते हुए शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के खिलाफ जगजीतपुर पंचायत घर के समीप प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ बाहरी लोग जगजीतपुर को नगर निगम में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। जगजीतपुर के पूर्व ग्राम प्रधान यशपाल सिंह ने कहा कि जगजीतपुर को जबरन नगर निगम में शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है। समिति के प्रवक्ता राजदीप मेनवाल ने कहा कि जगजीतपुर को नगर निगम में शामिल करने के विरोध में सैंकड़ों लोगों ने जिलाधिकारी को आपत्ति दी थी। लेकिन अब बाहरी क्षेत्रों के लोग खुद को जगतजीतपुर का निवासी बताकर सभी को भ्रमित कर रहे हैं।
प्रदर्शन करने वालों में श्यामसुंदर, हरपाल मौर्य, आदित्य, प्रदीप कुमार, चंद्रपाल, प्रदीप कबीर, सुमित कुमार, सोनू बर्मन, सुषमा देवी, बबलेश देवी, पूनम देवी, राजकली, सूरवी देवी, कामेश्वर यादव, नीरज वालिया, संदीप कुमार, अजय नौटियाल, कुलदीप, हरपाल मौर्य, पोपीन कुमार, रोहित कुमार, सुनील मौर्या, फूलमती, धर्मकौर, किशोर पाल, अजय चैधरी, धर्मेंद्र, नूरहसन, नूरआलम आदि शामिल रहे।
तीन करोड़ के घोटाले में सचिव समेत दो सस्पेंड
सहकारी समिति के मिनी बैंक में तीन करोड़ रुपये के घोटाले में समिति के सचिव और बैंक प्रभारी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं सहायक सहकारिता विकास अधिकारी की ओर से गबन करने के आरोपितों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। छह माह से घोटाले की जांच की जा रही थी, लेकिन अब दोनों आरोपितों पर कार्रवाई होने से विभाग के कर्मचारियों एवं अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
सितंबर में सहकारिता विभाग की ओर से सात समितियों के मिनी बैंकों में गड़बड़झाले सामने आए थे। जिस पर सितंबर में सहायक निबंधक की ओर से बैंकों की जांच बैठाई गई थी। सलेमपुर सहकारी समिति की ओर से गढ़मीरपुर गांव में खोले गए बैंक की जांच भी चल रही थी।
जांच रिपोर्ट आने के बाद बैंक में दो करोड़ 89 लाख रुपये का गबन सामने आया है। बैंक की बैलेंस सीट बनाने पर खाते में दो करोड़ 89 लाख रुपये कम मिले हैं। जिस पर सहायक निबंधक मनोज कुमार पुनेठा की ओर से समिति के सचिव नरेश कुमार व बैंक प्रभारी नितिन को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।