उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने एक सवांद जारी कर उत्तराखंड पुलिस में उम्र सीमा नहीं बढ़ाने की ओर इशारा किया है। चयन आयोग की माने तो उन्हें सैकड़ो की संख्या में पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे छात्रों के मेल आए और उम्र सीमा बढ़ाने की मांग करने लगे, आयोग ने अब कहा है कि ये उनके हाथ में नहीं है। बल्कि कार्मिक विभाग और शासन कर सकता है।
देवभूमि बेरोजगार मंच ने इसका विरोध किया है। मंच के अध्यक्ष राम कंडवाल ने कहा कि 7 साल से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन उत्तराखंड में पुलिस भर्ती नहीं आई है, ऐसे में हजारों छात्र उम्र के चलते अब भर्ती प्रकिया से वंचित हो चुके है।
उन्होंने कहा कि आयोग पहली बार उत्तराखंड पुलिस भर्ती करा रहा है ऐसे में आयोग की भर्तियों में उम्र सीमा 18 से 42 होती है, लेकिन हम इतनी नहीं मांगते, कम से कम 18 से 30 वर्ष सामान्य अभ्यर्थी के लिए होनी चाहिए।
राम कंडवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर डीजीपी और कार्मिक विभाग को वो इस मुद्दे पर पत्र भी लिख चुके हैं, अगर अब भी हमारी मांगें पूरी नहीं होती तो एक दिन के लिए देहरादून बंद किया जाएगा।
इसके साथ ही राम कंडवाल ने कहा कि पुलिस भर्ती का अधियाचन आयोग के पास पहुंच चुका है तो विज्ञप्ति क्यों नहीं निकाली जा रही है, क्या ये भर्ती भी दबानी की साजिश हो रही है। 15 मार्च से पहले उन्होंने विज्ञप्ति जारी करने की मांग की है।