चमोली: उत्तराखंड में एक एेसा गांव भी है,जहां 15 अगस्त को महज एक राष्ट्रीय पर्व की तरह नहीं बल्कि लोकपर्व की तरह मनाया जाता है। इस गांव के लोग 15 अगस्त के दिन पारम्परिक वेशभूषा के साथ परेड़ को निकालते है। और इस बार का स्वतंत्रता दिवस इस गांव के लिए खास होने जा रहा है। बता दे कि इस बार खुद इस गांव में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत यहां झंड़ा फहराएंगे। मुख्यमंत्री ने ये फैसला बद्रीनाथ के विधायक महेन्द्र भट्ट के आग्रह पर लिया।
जिस गांव की हम बात कर रहे है…
जिस गांव की हम बात कर रहे है वो चमोली जिले कि बाराहोली के नजदीक गमशाली है। राज्य के दुरस्थ क्षेत्र में आने वाले इस गांव को पूरे क्षेत्र की नीति घाटी भी कहा जाता है। यह गांव भारत और चीन की सीमा से भी लगा हुआ है। इस गांव के लोग बड़े ही हरसोउल्लास के साथ 15 अगस्त को मनाते है।
यहां की अाजादी के जश्न को देखने के लिए…
यहां की अाजादी के जश्न को देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते है। इस दिन सम्पूर्ण घाटी के लोग परम्परागत वेशभूषा धारण कर घरो में आजादी के दिये जलातें हैं साथ ही तरह तरह के पकवान भी बनाते हैं इसके अलावा परम्परागत गीत नृत्यों में रम जाते हैं माना जा रहा है कि इस बार सीएम के आने से वहां लगने वाले स्वतंत्रता दिवस मेले को विशेष मेले का का दर्जा मिल सकता है।