एथलीट गरिमा जोशी के इलाज के लिए आगे आए सीएम रावत, राज्य सरकार उठाएगी पूरा खर्च
अल्मोड़ा: सबको पता है उत्तराखंड में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। चाहे वो खेल कूद का मैदान हो,पढाई का हो या कोई भी अन्य क्षेत्र हो। हर जगह उत्तराखंडियो ने अपनी परचम लहरा रखा है। लेकिन इसी बीच एक होनहार के साथ दर्दनाक हादसा हुआ है जिसमें उसकी रीढ़ की हड्डी फ्रैक्चर हो गई है।
अल्मोड़ा की गरिमा जोशी जिसको अभी कामयाबी….
अल्मोड़ा की गरिमा जोशी जिसको अभी कामयाबी मिलनी शुरु ही हुई थी कि कुदरत के क्रूर मजाक ने उसकी जिंदगी में अंधेरे भर दिया। बेंगलोर में 27 मई 2018 को होने वाले नेशनल चैंपियनशिप में जाने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गरिमा जोशी की मदद भी की थी और चैंपियनशिप में उसने पूरे देश में छटा स्थान पाया था।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि…
वहीं होनहार एथलीट गरिमा जोशी गंभीर हालत में कर्नाटक मनेपाल के कस्तूरबा गांधी मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। गरिमा इलाज के लिए सरकार से गुहार लगा रही हैं। उधर, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अल्मोड़ा के चिलियानौला गांव की धाविका गरिमा जोशी के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। ज्ञातव्य है कि बंगलूरू में अज्ञात वाहन ने गरिमा जोशी को टक्कर मार दी थी, जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गई थी।
खेल मंत्री अरविंद पांडेय ने गरिमा के पिता…
रविवार को खेल मंत्री अरविंद पांडेय ने गरिमा के पिता पूरन चंद्र जोशी से फोन पर वार्ता की। पांडेय ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र भी भेजा है। जिसमें गरिमा का इलाज सरकारी खर्च पर कराने की बात कही है। हालांकि गरिमा के पिता का कहना है कि करीब 36 दिन पहले उन्होंने उसके इलाज के 2.5 लाख रुपये के बिल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के पत्र के साथ जमा कराए थे लेकिन उनका अभी तक भुगतान नहीं हो पाया है।
कई लोगों से करीब 90 हजार रुपये की…
गरिमा के इलाज में मदद करने के लिए रविवार को कई लोग सामने आए। गरिमा के पिता पूरन चंद्र जोशी ने बताया कि हीरा सिंह अधिकारी, गुरमीत सिंह चड्ढा, युवा कल्याण के कर्मचारियों सहित कई लोगों से करीब 90 हजार रुपये की मदद मिली है।
जानिए कौन है गरिमा…
गरिमा का चयन 27 मई को बंगलूरू में इंटरनेशनल एसोसिएट ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन की ओर से आयोजित होने वाली हाफ मैराथन के लिए हुआ था। प्रतियोगिता में गरिमा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देशभर के करीब 11 हजार एथलीटों के बीच छठा स्थान हासिल किया। इसके बाद मणिपाल में होने वाली अगली प्रतियोगिता के लिए गरिमा बंगलूरू में रहकर अभ्यास करने लगीं। 31 मई को अभ्यास से लौटते समय एक कार ने गरिमा को टक्कर मार दी और वह गंभीर घायल हो गईं थीं।