सफाई कर्मचारियों ने नगर आयुक्त के खिलाफ शहर में जुलूस निकाला
नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की नगर आयुक्त के साथ शनिवार को नोंकझोक हो गई। कर्मचारी आयुक्त को अपनी मांगों के संबंध में ज्ञापन देने गए थे। कर्मचारियों का आरोप है कि आयुक्त ने उनका माइक और ज्ञापन फेंक दिया। जिसके बाद कर्मचारियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। कर्मचारी घंटों तक आयुक्त की तरफ से माफी मांगे जाने पर अड़े रहे। सफाई कर्मचारियों ने आयुक्त के खिलाफ शहर में जुलूस निकाला और अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया।
नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन के नेताओं राजेंद्र श्रमिक, सुरेंद्र तेश्वर, सुनील राजौर, बलराम, दिनेश लखेड़ा आदि के नेतृत्व में कर्मचारियों ने नगर निगम परिसर में अपनी मांगों को लेकर शनिवार को प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने कहा कि पूरे महीने काम कर रहे हैं लेकिन खराब बॉयोमैट्रिक मशीन आधी हाजरी दिखाती है, जिससे पैसे का भारी नुकसान हो रहा है।
कर्मचारियों के साथ नगर आयुक्त की हुई नोकझोंक
उन्होंने कर्मचारियों को सर्दी-गर्मी की वर्दी, मृतकों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों का रुका भुगतान, मेले भत्ते का भुगतान, स्थायीकरण और बीमा आदि की मांग उठाई। कर्मचारियों का आरोप है कि जब वह नगर आयुक्त नितिन भदौरिया को ज्ञापन देने गए उन्होंने उनका माइक लेकर फेंक दिया और ज्ञापन की प्रति को भी पटक दिया, जिसके चलते कर्मचारियों के साथ उनकी नोकझोंक हो गई।
इसके बाद कर्मचारियों ने प्राधिकरण परिसर में प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर पंहुचे भारी पुलिस बल के साथ कर्मचारियों की कहासुनी हो गई। कर्मचारी आयुक्त की तरफ से माफी मांगने की जिद पर अड़ गए और नारेबाजी करते रहे। काफी देर तक गहमा गहमी का माहौल बना रहा और बाद में कर्मचारियों ने नगर आयुक्त के खिलाफ वाल्मीकि चैक तक जुलूस निकाला।
राजेंद्र श्रमिक और सुरेंद्र तेश्वर ने कर्मचारियों की सहमति से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कर्मचारी रोजना बॉयोमैट्रिक मशीन पर हाजरी लगाएंगे, लेकिन सफाई नहीं करेंगे। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि केआरएल कंपनी जो डोर टू डोर कूड़ा उठाती है रविवार से उन्हें कूड़ा नहीं उठाने देंगे।