भारत का हवाला देते हुए अमेरिका में TikTok पर बैन लगाने की मांग ने पकड़ा जोर, पढ़े पूरी खबर | Nation One
भारत के बाद अब अमेरिका में भी TikTok सहित अन्य चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने की मांग जोर पकड़ती जा रही है। बता दें कि अमेरिकी कांग्रेस के 25 सदस्यों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि भारत की तर्ज राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अमेरिका में भी टिक टॉक जैसे चीनी एप को बैन किया जाय।
पत्र में सांसदों ने कहा कि इन लोकप्रिय ऐप्स की डेटा एकत्रित करने की प्रक्रिया चीन के उन सख्त साइबर सुरक्षा कानूनों से जुड़ी है। इसमें चीन में काम कर रही सभी कंपनियां, जिनमें टिकटॉक की मूल कंपनी बायटेडांस भी शामिल हैं, उन्हें सीसीपी अधिकारियों के साथ उपभोक्ता के डेटा साझा करने पड़े हैं। यह अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। सांसदो ने ट्रंप को लिखा, ”हम आपके प्रशासन से अमेरिकी लोगों की निजता और सुरक्षा की रक्षा करने के लिए निर्णायक कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं।
इससे पहले, अमेरिका ने बुधवार को इस बात की ओर इशारा किया कि वह जल्द ही चीन को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रहा है। व्हाइट हाउस ने कहा कि टिकटॉक समेत चाइनीज एप्स पर लिए जाने वाले फैसले को कुछ हफ्तों में लिया जाएगा, इसके लिए महीनों का वक्त नहीं लगेगा।
ह्वाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज ने अटलांटा से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ एयर फोर्स वन विमान से उड़ान भरते समय पत्रकारों से कहा, “मुझे नहीं लगता कि कार्रवाई के लिए खुद से कोई समय-सीमा तय की गई है लेकिन मुझे लगता है कि इस पर फैसला अगले कुछ हफ्ते में होगा न कि महीने में।
मीडोज ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिमों की निगरानी करने वाले ऐसे कई प्रशासन अधिकारी हैं, जो टिकटॉक, वीचैट और अन्य चीनी एप्स को राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिम की संभावना के रूप में देखते हैं। इन अधिकारियों का मानना है कि ये एप्स अमेरिकी नागिरकों की जानकारी को एकत्रित करते हैं।
गौरतलब है कि भारत सरकार ने टिकटॉक समेत 59 चीनी मोबाइल ऐप्स को एक झटके में बंद कर दिया था। भारत के इस फैसले को अमेरिका का स्पष्ट समर्थन मिला। भारत के इस निर्णय के कारण चीन को काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा था। भारत की ही तर्ज पर अब अमेरिका में टिकटॉक को बैन करने की मांग की जा रही है।