मुख्यमंत्री कार्यालय बनता जा रहा आत्महत्या का केंद्र, पढ़ें पूरी खबर | Nation One

यूपी में लगातार मुख्यमंत्री कार्यालय हो या मुख्यमंत्री आवास हो लगातार वहां अधिकारियों से पीड़ित लोग हो या राजनीति की सत्ता पर बैठे लोग हो, नए नए कारणों के चलते मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर लगातार आत्महत्या का प्रयास कर रहे है।

वहीं बात करे कल की तो यूपी के अलग अलग जनपदों से लोग अपनी शिकायत लेकर राजधानी लखनऊ पहुंच रहे हैं। ये आरोप लगाते हुए कि लोकल एडमिंस्ट्रेशन से उन्हें इन्साफ नहीं मिल रहा है।

वहीं राजधानी लखनऊ में बड़ा मामला सामने आया है। यहां एक लड़के ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। अब मृतक का एक कथित सुइसाइड नोट सामने आया है, जिसमें उसने लखनऊ में तैनात महिला आईपीएस अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

इतना ही नहीं, मृतक ने महिला अधिकारी को सजा दिलाने की मांग भी की। उधर, लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने आईपीएस अधिकारी पर लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है।

मामला कैसे समाने आया

यह पूरा मामला लखनऊ के हसनगंज थाना क्षेत्र स्थित रैदास मंदिर क्रासिंग का है। यहां सुबह तकरीबन 11 बजे सचिवालय में बतौर संविदाकर्मी के पद पर काम करने वाले 26 साल के विशाल सैनी ने तेजी से आ रही ट्रेन के आगे कूद कर अपनी जान दे दी। इससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई।

देखते ही देखते लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस टीम को शव के पास एक सुइसाइड नोट बरामद हुआ। सुइसाइड नोट को पढ़ते ही पुलिसकर्मियों के पसीने छूट गए। नोट में मृतक विशाल सैनी ने आईपीएस अधिकारी प्राची सिंह को आत्महत्या का कारण बताते हुए कई गंभीर आरोप लगाए।

इसके साथ ही महिला आईपीएस अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए माता-पिता से अपना ध्यान रखने की बात कही। आईपीएस अधिकारी प्राची सिंह मौजूदा समय में एडीसीपी नार्थ के पद पर कार्यरत हैं।

फर्जी सेक्स रैकेट में फंसाने के लगाए आरोप

मृतक विशाल सैनी ने सुइसाइड नोट में महिला आईपीएस अधिकारी प्राची सिंह पर आरोप लगाते हुए लिखा कि मेरे आत्महत्या करने की जिम्मेदारी आईपीएस प्राची सिंह हैं, जिन्होंने मेरा करियर खराब कर दिया।

इनकी वजह से मैं समाज में नजरें उठाकर नहीं चल पा रहा हूं, जिसकी वजह से मुझे घुटन सी हो रही है। मृतक विशाल ने यह भी लिखा कि आईपीएस प्राची सिंह ने मुझे सेक्स रैकेट में फंसाया है, जिसकी वजह से मैं अपने परिवार से भी नजरें नहीं मिला पा रहा हूं।

आईपीएस को मिले कड़ी से कड़ी सजा

मृतक ने आईपीएस अधिकारी प्राची के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए लिखा कि आईपीएस प्राची सिंह को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। जिससे कि वे अपने पद का गलत इस्तेमाल न कर सकें, निर्दोषों को जेल न भेजें और प्रमोशन के चक्कर में किसी निर्दोष को सजा न दे सकें।वही देखने वाली बात ये होगी तो कैसे मृतक विशाल सैनी न्याय मिलेगा।