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राज्यपाल से मिले मुख्यमंत्री योगी, कैबिनेट विस्तार पर चर्चा ने फिर पकड़ा जोर | Nation One
योगी कैबिनेट फिर से फेरदबल की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन से मुलाकात की। इस शिष्टाचारी भेंट के बाद से ही कैबिनेट विस्तार पर चर्चा शुरु हो गयी है।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की राज्यपाल से मुलाकात का पहले से कोई समय तय नहीं था। अचानक की गई इस मुलाकात के मायने निकाले जा रहे हैं। दरअसल, योगी मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें कई दिनों से लग रही हैं।
इन अटकलों के बीच एमएलसी और मंत्री बनने की दौड़ में शामिल निषाद पार्टी के अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद, कांग्रेस छोडक़र भाजपा में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के साथ ही भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।
योगी मंत्रिमंडल में महिला मंत्री की भागीदारी बढ़ाई जा सकती है। इसके लिए संभावना है कि पार्टी इस एक मनोनयन में महिला के साथ ही दलित या पिछड़े का भी कोटा पूरा कर दे। उत्तर प्रदेश में योगी मंत्रिमंडल में विस्तार और फेरबदल की चर्चा जोरों पर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को अचानक राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से शिष्टाचार भेंट करने के लिए राजभवन पहुंचे। बताया जा रहा है कि सीएम योगी ने राज्यपाल से इस संबंध में बातचीत की है। हालांकि इस मुलाकात को प्रस्तावित राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के उत्तर प्रदेश दौरे को लेकर भी देखा जा रहा है।
इससे पहले 19 अगस्त को सीएम योगी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की थी। सीएम योगी के साथ प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल भी मौजूद थे।
बताया जा रहा है कि उस दौरान मंत्रिमंडल में विस्तार के साथ विधान परिषद सदस्य के लिए भी चार नामों पर सहमति बनी थी। उत्तर प्रदेश सरकार में अभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कुल 53 मंत्री हैं। इनमें 23 कैबिनेट, नौ राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 21 राज्यमंत्री हैं।
मानक के अनुसार साठ मंत्री बनाए जा सकते हैं इसलिए सात और मंत्री बनाए जाने की गुंजाइश है। अब विधानसभा चुनाव में कुछ माह ही बचे हैं। सरकार और संगठन, दोनों ही जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाने की नीति रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसी सोच के साथ मंत्रिमंडल विस्तार पर विचार-विमर्श शुरू हुआ है।