छत्तीसगढ़: मेडिकल छात्र की खुदकुशी के मामलें ने तूल पकड़ा | Nation One
जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ ब्लॉक अंतर्गत राहौद निवासी मेडिकल छात्र डॉ. भागवत देवांगन द्वारा नेताजी सुभाष चन्द्र बोस मेडिकल अस्पताल जबलपुर में बुधवार की रात फंसी का फंदा लगाकार खुदकुशी करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि मेडिकल कॉलेज में कुछ सीनियर छात्र भागवत को रैगिंग के नाम पर काफी टॉर्चर कर रहे थे।
इससे वह मानसिक रूप से परेशान था और इसे लेकर पहले भी सुसाइड करने जैसा कदम उठा चुका था। कॉलेज प्रबंधन द्वारा इस समस्या पर ध्यान न देने और लगातार रैगिंग किए जाने से भागवत ने खुदकुशी करने जैसा कदम उठाया है। परिजनों की शिकायत पर मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा ध्यान नही देने पर उन्होंने शिवरीनारायण थाने में मामले की लिखित शिकायत कर अपनी मांगों को लेकर आज चक्काजाम किया।
पामगढ़ तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को मामले में कार्यवाही का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजनों ने महामहीम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर धरने को समाप्त किया। परिजनों का कहना है कि यदि उन्हें जल्द न्याय नहीं मितलता तो वह फिर से मामले को लेकर धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
डॉ. भागवत देवांगन द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में भगवत के भाई ने रैगिंग करने वाले सीनियर छात्र विकाश दिवेदी, सलमान खान, अमन गौतम, सुभम शिंदे, अभिषेक गेमे अदि छात्रों का नाम लिया है। आरोप है कि इन सभी छात्रों ने भागवत देवांगन की रैगिंग लेकर मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर उसे आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया।