छठ का पर्व अब केवल बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं रह गया है, छठ महापर्व को भारत के साथ-साथ अन्य देशो में भी मनाया गया, और इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है। छठ महापर्व का चार दिवसीय अनुष्ठान आज उगते सूर्य को अर्घ्य देकर संपन्न हो गया।
छठ पूजा मनाने वाली व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला व्रत रखकर कड़ी साधना की। इस मौके पर व्रतियों ने सूर्यदेव से अपनी कृपा बनाए रखने की प्रार्थना की। देश के विभिन्न शहरों में सूर्य को सुबह अर्घ्य दिया गया। दिल्ली और मुंबई के साथ देश के कई अन्य शहरों में भी श्रद्धालुओं ने उगते सूर्य को अर्घ्य देकर छठ मनाया। देश के हर कोने में छठ महापर्व को मनाया गया, वही मुंबई के ठाणे छठ पूजा मनाते श्रद्धालुओ की तस्वीरे सामने आ रही है जब डूबते हुए अर्घ्य को लोग अर्घ्य देने की तैयारी कर रहे थे।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में गंगा के तट पर भी लोग छठ मनाने के लिए इकट्ठा हुए। सूर्य की उपासना के बाद महिलाएं एक दूसरे को सिंदूर लगाती हुई नजर आई। भारत के रांची शहर में भी श्रद्दालु सूर्य को अर्ध देने के लिए नदी किनारे पहुंचे।
हाल के सालों में छठ के त्योहार मनाने की संस्कृति में बड़ा बदलाव देखा गया है। छठ का पर्व अब केवल बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक सीमित नहीं रह गया है। देश के लगभग सभी हिस्सो में छठ मनाया गया। वही त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में छठ पर्व मनाया गया।
छठ पर्व के लिए कई राज्यों ने अलग से कोविड प्रोटोकॉल तय किए थे। दिल्ली में नदी किनारे इसके आयोजन पर पाबंदी थी। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने लोगों से अपने घरों में छठ मनाने की अपील की थी। वही कोलकाता में भी प्रशासन ने छठ मनाने के लिए 44 अस्थाई घाटों की व्यवस्था की थी।
वही राजधानी दिल्ली इस वक्त कोरोना से बूरी तरह जूझ रही है। यहां लोगो ने अपनी छतो पर छठ पर्व मनाया। वहीं बात अब दुबई की करते है जहां दुबई के ममज़ार बीच पर एक भारतीय परिवार छठ मनाते हुए पाया गया और इसी के साथ आज सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर चार दिनों तक चलने वाले छठ पर्व संपन्न हुआ।