माखी दुष्कर्म प्रकरण में सीबीआई गवाह को पीड़िता के चाचा-ड्राइवर से जान का खतरा | Nation One

उन्नाव : माखी गांव के बहुचर्चित दुष्कर्म प्रकरण पर भले ही कोर्ट ने फैसला सुना दिया हो पर, भीतर ही भीतर इससे जुड़े नए मामले सामने आते जा रहे हैं। सीबीआई के गवाह को दुष्कर्म पीड़िता के चाचा व उसके ड्राइवर से जानमाल का खतरा हो गया है, यह इसी प्रकरण का हिस्सा है। इस आशय का पत्र गवाह ने एसपी को दिया है। एसपी ने सीओ सफीपुर को मामले की जांच सौंप दी है।

पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के गांव में रहने वाले सीबीआई के गवाह ने सोमवार को एसपी आनंद कुलकर्णी को एक शिकायती पत्र देकर बताया कि जेल में बंद दुष्कर्म पीड़िता के चाचा का ड्राइवर 18 नवंबर को शाम 5 बजे उसके घर पहुंचा और परिवार के लोगों से गाली-गलौज की। उसने परिवार के लोगों से कहा कि पीड़िता के चाचा का संदेश लाया हूं।

चाचा ने उसे फोन कर कहा है कि तुम्हें (गवाह) गवाही में जो कहने को कहा गया था, वह नहीं कहा। अब इसकी सजा भुगतनी पड़ेगी। एसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि शिकायती पत्र मिलने के बाद सीओ सफीपुर कृपाशंकर को मामले की जांच सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

आपको बता दें, दुष्कर्म मामले में कुलदीप सेंगर उम्रकैद की सजा काट रहा है लेकिन, पीड़ित पक्ष भी आरोपों से घिरता जा रहा है। इससे पहले दुष्कर्म पीड़िता के चाचा महेश द्वारा कोर्ट को गुमराह करने का आरोप सामने आया था। साथ ही वर्ष 2000 में प्रधानी के चुनाव के दौरान कुलदीप सेंगर के छोटे भाई अतुल सिंह पर जानलेवा हमला किया था।

इस चुनाव में सेंगर की माता चुन्नी देवी भी किस्मत आजमा रहीं थीं। इस चुनाव में महेश प्रत्याशी रहीं देवेंद्र सिंह की माता राजेश्वरी देवी को जिताने के लिए बूथ कैप्चरिंग की कोशिश की थी। अतुल ने विरोध किया तो उस पर फायरिंग की थी।