टीवी चैनल का दावा, सीबीआई कर रही परेशान
नई दिल्ली
सीबीआई ने एक निजी बैंक को नुकसान पहुंचाने के आरोप के चलते सोमवार को एक टीवी चैनल (एनडीटीवी) के संस्थापक प्रणय रॉय के दिल्ली और देहरादून स्थित आवास पर तलाशी अभियान शुरू किया है। सीबीआई प्रवक्ता आर.के.गौड़ का कहना है कि दिल्ली और देहरादून सहित 4 स्थानों पर तलाशी की गई।
सोमवार सुबह साढ़े सात बजे के आसपास सीबीआई की टीम प्रणव राय के डालनवाला, सिनौला और मसूरी के सिस्टर्स बाजार स्थित ठिकानों पर पहुंचीं। यहां जांच एजेंसी ने विभिन्न कागजात खंगाले और मौजूद लोगों से पूछताछ की। डालनवाला में राय का आवास, सिनौला में फार्म हाउस और मसूरी में आवास के साथ ही कार्यालय बताया जाता है। ये कार्रवाई दिल्ली से आई टीमों ने की और कुछ देर बाद टीमें वापस दिल्ली लौट गईं। छापेमारी के दौरान इन ठिकानों पर केयरटेकर ही मौजूद बताए गए हैं।
सीबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक को कथित तौर पर 48 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाने के मामले में रॉय और उनकी पत्नी राधिका और आरआरपीआर होल्डिंग्स के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। सीबीआई छापे पर चैनल ने कहा कि सीबीआई पुराने आरोपों के जरिए चैनल और इसके प्रमोटर्स को केवल परेशान कर रही है। सीबीआई छापों पर चैनल ने कहा कि हम भारत में लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कमजोर करने प्रयासों के सामने नहीं झुकेंगे। एनडीटीवी और इसके प्रमोटर्स कई एजेंसियों द्वारा की जा रही प्रतिशोध की कार्रवाई के खिलाफ लड़ते रहेंगे।
क्या है मामला
आरआरपीआर होल्डिंग्स एनडीटीवी अंग्रेजी और हिंदी चैनल की प्रमोटर्स है। सीबीआई ने पिछले सप्ताह ही आईसीआईसीआई बैंक से धोखाधड़ी (2008 मामला) में केस दर्ज किया था। देहरादून स्थित घर पर सुबह सीबीआई के 6-7 लोगों ने घर आकर तलाशी ली। वहीं दिल्ली में सीबीआई ने प्रणय रॉय, उनकी पत्नी राधिका रॉय, एक निजी कंपनी और अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया। रॉय के ग्रेटर कैलाश-1 स्थित आवास पर छापेमारी की। आपको बता दें कि 2014 से प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग (आईटी) चैनल से जुड़े मामले की जांच कर रहे थे। प्रणव रॉय की छापेमारी पर भाजपा नेता एवं राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कानून का डर जरूरी है। यह सभी पर लागू होना चाहिए, इससे फर्क नहीं पड़ता, आप कौन हैं। वहीं कांग्रेस नेता ऑस्कर फर्नांडीस ने कहा कि आप जानते हैं क्या चल रहा है देश में, आपको (मीडिया) निर्णय लेना है कि क्या करना है।