बीएसएफ के जवान मनोज गोलकर का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर आज उनके गृह ग्राम जामठी पहुंचा। जहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीण, स्कूली बच्चे और जनप्रतिनिधि पहुंचे। मनोज गोलकर अमृतसर में बीएसएफ के सैनिक थे और घर की सफाई करते समय सीढ़ियों से फिसलने के दौरान वह घायल हो गए थे। अमृतसर के अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उनका पार्थिव शरीर वायुयान के द्वारा इंदौर के रास्ते खंडवा पहुंचा। बीएसएफ के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। उनके अंतिम संस्कार में आस-पास के गांव से बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और भारत माता की जय और मनोज गोलकर जिंदाबाद जैसे राष्ट्रवादी नारों के बीच उनका अंतिम संस्कार किया गया ।
पंधाना विधानसभा के जामठी गांव के निवासी मनोज गोलकर 2014 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे, उनकी पहली पोस्टिंग श्रीनगर में थी। 10 महीने पहले ही उनका स्थानांतरण अमृतसर हुआ था। उनके अंतिम संस्कार में आस-पास के गांव से बड़ी संख्या में लोग, स्कूली बच्चे और जनप्रतिनिधि पहुंचे। राष्ट्रवादी नारों के बीच अपने गांव के इस वीर जवान का अंतिम संस्कार किया गया। जनप्रतिनिधियों ने भी देश की सेवा के लिए समर्पित इस वीर जवान के दुखद निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और गमगीन परिवार को हरसंभव मदद देने का वादा किया।
खण्डवा से विजय तीर्थानी की रिपोर्ट