बिहार : पूर्णिया में नवनिर्वाचित सरपंच किरण देवी के पति सुरेंद्र चौधरी ने एक युगल प्रेमी जोड़े से जबरदस्ती कागज पर साइन लेने के लिए प्रेमिका की भरे पंचायत में पिटाई कर दी। सरपंच ने प्रेमिका को बिजली कोड़ा, लात जूता और घूसे से खूब मारा। जिसके बाद प्रेमी और उसके परिवार ने मिलकर सरपंच की भी कुटाई कर दी। सरपंच के इस करतूत की वीडियो वायरल हो रही है।
एक तरफ़ देश में महिला सशक्तिकरण के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर अब भी महिलाओं के मौलिक और कानूनी अधिकारों का हनन हो रहा है। बिहार के पूर्णिया जिले के गणेशपुर गांव की सरपंच के पति ने भरी पंचायत में एक लड़की के साथ मारपीट की। मामला प्रेम विवाह का था और लड़का-लड़की ने घर से भागकर कोर्ट मैरिज कर ली थी। जब लड़की कोर्ट मैरिज के बाद वापस आई तो सरपंच के पति ने उस पर शादी तोड़ने के लिए एक एग्रीमेंट पर साइन करने को कहा। मना करने पर सरपंच पति ने लड़की को बुरी तरह पीटा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इस वीडियो के वायरल होते ही लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को टैग करते हुए लिखा कि यह महिला आरक्षण का दुरुपयोग है। अब भी महिला सीटों पर उनके पति ही काम करते हैं, इसलिए अब सरपंच पति, वॉर्डपति, मुखिया पति जैसे पदनाम चलने लगे हैं। लोग कह रहे हैं कि इन्हीं वजहों से महिला सशक्तिकरण केवल एक कागज़ी योजना बनकर रह जाती है।
जानिए क्या है पूरा मामला
गणेशपुर पंचायत के बैरगाछी के निवासी अजीत कुमार रजक ने बताया कि रघुवंश नगर थाना क्षेत्र के सोनापुर गांव की रहने वाली एक लड़की से दो साल पहले उसे प्यार हो गया। उसने लड़की को एक फोन भी गिफ्ट में दिया और फिर बातचीत होने लगी। इसकी भनक लड़की के परिवार वालों को लगी। लड़की डर के मारे 10 दिसंबर को घर से भाग गई। फिर लड़की ने 12 दिसंबर को लड़के से संपर्क किया और दोनों शाम को काझाकोठी में मिले। लड़की ने लड़के को घर से भाग जाने की सलाह दी। इसके बाद दोनों अररिया चले गए और 6 दिन बाद मंदिर में शादी रचा ली।