Bancha Village: जानिए भारत के ऐसे गांव के बारे मे जहां सभी घरों में Solar Energy से बनता है खाना | Nation One
Bancha Village: वैसे तो भारत मे ऐसे कई गाँव है जो किसी न किसी वजह से काफी मशहूर है। लेकिन यह गाँव सोलर गाँव के नाम से जाना जाता है। गाँव का नाम बांचा है। लेकिन सिर्फ नाम के लिए गाँव कहलता है, क्योंकि यहाँ हर तरह की सुविधाएँ मौजूद हैं।
बता दे कि गाँव में साधारण चूल्हों की जगह Solar Energy Stove चूल्हों का इस्तेमाल होता है। यह गांव मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में स्थित है। वहीं बिजली के लिए भी लोगो को सरकारी विभाग के चक्कर काटने की जरूरत ही नही है,क्योंकि यहाँ के हर घर में सोलर पैनल लगा हुआ है, जिससे पूरा गाँव रोशन रहता है।
कैसे हुई Solar Energy Stove की शुरूवात
सोलर विलेज बनने की शुरुआत साल 2016 मे हुई थी, जब भारत सरकार के ONCG ने सोलर चूल्हा चैलेंज प्रतियोगिता का आयोजन किया था। जिस दौरान आईआईटी मुंबई के छात्रों ने अनोखा चूल्हा तैयार किया था, जो सौर ऊर्जा के जरिए चलता था। जिसके बाद भारत भारती शिक्षा समिति नामक एनजीओ के सचिव मोहन नागर ने आईआईटी मुंबई के छात्रों से संपर्क किया।
बता दें कि मोहन नागर बांचा गाँव में सोलर पैनल लगवाना चाहते थे, ताकि वहाँ सौर ऊर्जा से चलने वाले चूल्हों का इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने सौर ऊर्जा का इंडक्शन मॉडल भी तैयार किया, जिसमें एक परिवार के लिए दो वक्त का खाना बनाया जा सकता था।
ओएनजीसी विभाग से मिला फंड
जानकारी के अनुसार मोहन नागर ने ओएनजीसी विभाग से संपर्क किया और सौर ऊर्जा के लिए बांचा गाँव का चुनाव किया। जिससे उन्हे फंड जारी किया गया, जिससे बांचा गाँव में 2017 से 2018 के बीच सोलर पैनल लगवाने का काम पूरा करवाया था।
Bancha Village ने बचाई लोगो की जान
देखा जाए तो यह Idea काफी दिलचस्प था और आज इस गाँव के हर घर में सोलर चूल्हे पर खाना पकाया जाता है, जिसकी वजह से धुआ भी नही होता जो हानिकारक हो, साथ ही गैस और लकड़ी खर्च की बचत हो जाती है।
केवल इतना ही नही बांचा गाँव के लोगों ने जल संरक्षण की तकनीक भी निकाली है, जिसके तहत उन्होंने सोखता गड्ढा बनाया जिसमे बरसात के मौसम में छतों पर जमा होने वाला पानी पाइप के जरिए जमा हो जाता है औऱ घर मे इस्तेमाल किया जाता है।
Bancha Village जागरूकता भी फैलाता है
बता दें कि गाँव में कुल 74 घर मौजूद हैं औऱ 90 प्रतिशत घरों में रूफ वाटर हार्वेस्टिंग बनाए जा चुके हैं। वहीं बांचा गाँव लोगों में जागरूकता भी फैलाता है, जब भारत के विभिन्न गांवों में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा था, तो बांचा गाँव के लोगों ने खुद पूरे गाँव में जनता कर्फ्यू लगा दिया था। साथ ही युवाओं की टीम बनाई गई थी, जो बाज़ार से सामान खरीद कर ग्रामीणों के घर तक पहुँचाते थे।
जिस वजह से बांचा गाँव का एक भी नागरिक वायरस की चपेट में नहीं आया। बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी इस गांव की काफी प्रशंसा करते है।
यह भी पढे़ – The Batman Movie Review : एक बार फिर मचाया बैटमैन ने भौकाल, सस्पेंस के साथ रोल में छाए रॉबर्ट पैटिनसन | Nation One
देखा जाए तो हर गांव मे बिजली, पानी और चूल्हा जलाने की समस्या देखने को मिलती है लेकिन लेकिन बांचा गाँव बिलकुल opposite है। यहां हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी को समझता है। बांचा गाँव दुनिया के सबसे आर्दश गांवों कि लिस्ट में शामिल हो चुका है जो लोगो का काफी प्रेरित करता है।