यूपी सरकार के निशाने पर बाहुबली, अतीक अपराध की कमाई से जुटाई संपत्ति पर शिकंजा | Nation One
लखनऊः प्रदेश में अपराध की काली कमाई से जुटाई गई अवैध संपत्तियां इन दिनों योगी सरकार के खास निशाने पर हैं। माफिया और अपराधियों के विरुद्ध चल रही पुलिस-प्रशासन की इस मुहिम के तहत कई कुख्यातों पर नकेल कसी गई है। इस सूची में सबसे ऊपर बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का नाम है। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के निर्देश पर पुलिस ने अब तक अपराधियों की 266 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियां जब्त की हैं, जिनमें मुख्तार अंसारी की करीब 66 करोड़ रुपये की संपत्ति शामिल है। इसके अलावा माफिया पूर्व सांसद अतीक अहमद की भी करीब 60 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने माफिया मुख्तार अंसारी और उसके गुर्गों के अवैध स्लाटर हाउस पर भी कार्रवाई की है। अब तक उनके कब्जे से करीब 50 बीघा सरकारी जमीन मुक्त करायी गई है। मुख्तार के कुनबे के 21 शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराए गए हैं। अतीक अहमद के 39 गुर्गों की हिस्ट्रीशीट खोलने के साथ अतीक की अब तक छह संपत्तियों की कुर्की कराई गई है। कुख्यात अपराधी खान मुबारक के पांच शस्त्र लाइसेंस निरस्त कराने के अलावा गैंगेस्टर एक्ट के तहत उसकी करीब तीन करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है।
पुलिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात सुंदर भाटी की भी 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कराई है। सुंदर भाटी गिरोह के सक्रिय सदस्य सतवीर, प्रवीण, योगेश व सहदेव भाटी पर भी कार्रवाई की गई है। इसी तरह अनिल दुजाना व ध्रुव कुमार सिंह समेत 25 से अधिक अन्य अपराधी हैं।
आपको बता दें कि इन दिनों उत्तर प्रदेश अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाली योगी सरकार ने अब पाप की कमाई का भी हिसाब-किताब शुरू कर दिया है। दहशत और बाहुबल से कब्जाई गई निजी और सरकारी संपत्ति को कब्जा मुक्त कराया जा रहा है। गुरूर बनकर खड़ी अवैध इमारतों को जमींदोज कर यूपी सरकार साफ संदेश देना चाहती है कि अपराधी के साथ उसका आर्थिक साम्राज्य भी अब बचेगा नहीं।
इसी क्रम में माफिया विधायक मुख्तार अंसारी व पूर्व सांसद अतीक अहमद की संपत्तियों को ध्वस्त, जब्त व कुर्क करने की कार्रवाई तेजी से चल रही है। संपत्तियां जब्त करने के साथ-साथ इन सभी अपराधियों की काली कमाई से जुटाई गई अन्य संपत्तियों की छानबीन भी की जा रही है।