शुक्रवार को कानपुर में रतनपुर में दबंग ने पुलिस चैकी के पास सिपाही के सामने एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी। सिपाही के छोटे भाई पर भी फायर झोंका। सूचना पर भारी पुलिस बल के साथ एसएसपी मौके पर पहुंचे। पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाकर देर रात स्थानीय लोगों ने शव रखकर जाम लगा दिया। एसएसपी ने रतनपुर चैकी प्रभारी देवेंद्र सिंह को निलंबित कर दिया। सीओ कल्याणपुर नवीन कुमार सिंह का कहना है कि विवाद में गोली मारने की बात सामने आई है। अपराजित और उसके पिता की तलाश में छापेमारी की जा रही है। उसकी मां और बहन को हिरासत में ले लिया गया है।
मूलरूप से कानपुर देहात के मैथा निवासी सत्यनारायण सिक्योरिटी गार्ड हैं। उनका बेटा दीपक मिश्र (20) रतनपुर स्थित मामा जीतू तिवारी के साथ रहकर सेना व पुलिस भर्ती समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। दीपक की कॉलोनी के ही यूपी 100 की पुलिस लाइन टीम में तैनात सिपाही श्रवण के छोटे भाई आकाश से दोस्ती थी। आकाश का छोटा भाई विकास चंद्रशेखर आजाद इंटर कॉलेज में कक्षा 10 का छात्र है।
कोचिंग में भी सीट को लेकर मुन्ना से हुआ था विवाद
मंगलवार शाम कोचिंग से लौटते वक्त विकास की बाइक साथ में पढ़ने वाले मुन्ना से टकरा गई। बुधवार को कोचिंग में भी उसका सीट को लेकर मुन्ना से विवाद हुआ था। खुन्नस के चलते मुन्ना क्षेत्र के दबंग अपराजित आदि के साथ विकास को धमकाने घर पहुंच गया। विवाद पर मोहल्ले वालों ने सभी को भगा दिया। जानकारी मिलकने पर श्रवण ने आकाश के साथ रतनपुर चैकी में तहरीर दी, लेकिन चैकी इंचार्ज ने उसे रद्दी की टोकरी में डाल दिया। उधर, डर के चलते विकास गुरुवार को स्कूल नहीं गया।
शुक्रवार को श्रवण ने विकास को समझाकर स्कूल भेजा। शुक्रवार दोपहर वह आकाश और दीपक के साथ पैदल ही विकास को लेने स्कूल जा रहा था। रास्ते में अपराजित अपने घर के बाहर खड़ा था। आरोप है कि अपराजित अपनी मां बीना सारस्वत, पिता प्रदीप और अन्य तीन युवकों के साथ तीनों पर हमला बोल दिया। इसी दौरान अपराजित ने तमंचे से आकाश पर गोली चला दी। मगर गोली सामने आए दीपक के सिर में जा लगी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। अपराजित ने फिर फायर किया तो कुछ छर्रे आकाश के चेहरे पर लगे। श्रवण भागकर 200 मीटर दूर स्थित रतनपुर पुलिस चैकी पहुंचा और सूचना दी। इस बीच अपराजित पिता के साथ भाग निकला। पुलिस ने उसकी मां और बहन को हिरासत में ले लिया।