शीर्ष महिला पहलवान बबीता कुमारी फोगाट अब युवा प्रतिभाओं को सामने लाने के लिए एक अकादमी बनाना चाहती हैं। उन्होंने कहा, ’मैं एक अकादमी शुरू करना चाहूंगी, जहां भी हमें सुविधायें मिलें। अगर ऐसा हरियाणा में होता है तो वहां काफी पहलवान हैं। मुझे लगता है कि आपको वहां हर घर से एक पहलवान मिल जायेगा।’ उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा है कि देश में उनसे भी बढ़कर महिला पहलवानों की फौज हो। पहलवानों को तैयार करने के लिए उनसे जो बन पड़ेगा वह सारे काम करेगी। फोगाट ने 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था।
गीता ने कहा, हार और जीत खेल का हिस्सा है, लेकिन मैं सबसे असफल इंसान हूं। कुश्ती में मैंने कुछ मैच हारे हैं और यह सामान्य बात है हालांकि, एक मैच हारने के बाद मुझे उस हार से उबरने में काफी समय लगता है और इस वजह से मैं अपने प्रतिद्वंद्वी के लिए खतरनाक प्रतिस्पर्धी बन पाती हूं। गीता ने कहा, हम जीत के लिए खेलेंगे। इसमें या तो मैं अपने प्रतिद्वंद्वी को कड़ी प्रतिस्पर्धा दूंगी या जीत हासिल करूंगी। दिग्गज पहलवान महावीर फोगाट की बेटी गीता ने 2010 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत सुर्खियां बटोरी थीं और उनके तथा उनके पिता के संघर्ष को दर्शाने वाली फिल्म ’दंगल’ ने अब सिनेमाघरों में धमाल मचाया है।