योग गुरु बाबा रामदेव ने नेपाल और चीन के साथ भारत के संबंधों पर आज चीन पर तीखा प्रहार किया। योग गुरु स्वामी रामदेव ने चीन को धोखेबाज और जाहिल देश बताते हुए कहा कि चीन हमारा कभी दोस्त नही हो सकता है, जबकि नेपाल हमारा राम और कृष्ण के समय से ही स्वाभाविक और परम्परागत मित्र है।
उन्होने कहा कि चीन की साम्राज्यवादी और औपनिवेशवाद नीतियां भारत और नेपाल दोनों के ही हिट में नही है योग गुरु ने कहा कि चीन का दूसरा नाम ही बीमारी और महामारी है इससे जितना ही बचा जाए उतना अच्छा है।
योग गुरु बाबा रामदेव ने चाइनीज ऍप्स पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करते हुए कहा कि यह केंद्र सरकार का बड़ा राजनीतिक सहसभरा फैसला है। बाबा रामदेव ने कहा कि हिंदी चीनी भाई भाई के नारे को बाय बाय करने का वक्त आ गया है और इसकी जगह अब हिंदी चीनी कि अब होगी आपास में जुदाई और अगर करनी पड़े अगर कुटाई और लड़ाई तो अब उसके लिए भी तैयार रहना चाहिए। क्योंकि चीन एक क्रूर, धोखेबाज दगाबाज देश है और चीन के साथ अब मोदी को जो भी करना पड़े उसके लिए सेना को खुली छूट होनी चाहिए।
योग गुरु ने कहा कि भारत और नेपाल भले ही वतन अलग हो, राजनीतिक सीमाएं अलग हो, मगर मन से धर्म सांस्कृति,पूर्वज और रोटी बेटी का रिश्ता है। उन्होने कहा कि नेपाल का हित भारत के साथ है और नेपाल के पूर्व पीएम प्रचंड भी नेपाल के पीएम को चीन से दूर रहने को कह रहे है। वह सही है और पीएम औली को भी एक दिन यह समझ मे आ जायेगा कि भारत के साथ ही नेपाल का हित है।
हरिद्वार से वंदना गुप्ता की रिपोर्ट