आजम खां को झटका, जौहर ट्रस्ट की याचिका खारिज | Nation One

प्रयागराजः इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के अध्यक्ष रामपुर से सांसद मोहम्मद आजम खां के मार्फत दाखिल याचिका खारिज कर दी है. कोर्ट ने कहा कि राजस्व परिषद के आदेश में कोई अवैधानिकता नहीं है, इसलिए हस्तक्षेप करने का कोई आधार नहीं है. यह आदेश न्यायमूर्ति अंजनी कुमार मिश्र ने ट्रस्ट की तरफ से दाखिल याचिका पर दिया है.

उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता सुधांशु श्रीवास्तव का कहना था कि अनुसूचित जाति के किसानों की जमीन बिना कलेक्टर की पूर्व अनुमति के बैनामा कराना विधि विरुद्ध है. उत्तर प्रदेश जमींदारी उन्मूलन कानून की धारा 157-ए के विपरीत है. ऐसी भूमि का स्वामित्व राज्य सरकार में निहित हो जाता है.

उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य स्थायी अधिवक्ता सुधांशु श्रीवास्तव का कहना था कि अनुसूचित जाति के किसानों की जमीन बिना कलेक्टर की पूर्व अनुमति के बैनामा कराना विधि विरुद्ध है. उत्तर प्रदेश जमींदारी उन्मूलन कानून की धारा 157-ए के विपरीत है. ऐसी भूमि का स्वामित्व राज्य सरकार में निहित हो जाता है.

इससे पहले कोर्ट ने याची अधिवक्ता सफदर काजमी की वीडियो कांफ्रेंसिंग से सुनवाई की मांग पर संपर्क न होने पर कोर्ट में बहस का आदेश दिया था. केस की दोबारा पुकार के बाद याची की तरफ से कोई अधिवक्ता नहीं आया. इस पर कोर्ट ने पत्रावली के आधार पर बोर्ड के आदेश पर हस्तक्षेप करने से इन्कार कर दिया। कहा कि निचली अदालत के आदेश में कोई अवैधानिकता नहीं है.

इस संबंध में यूपी सरकार की ओर से तैयारी भी शुरू कर दी गई है. आपको बता दें कि आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी लगातार विवादों में रही है. अजाम पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी जमीनों पर कब्जा कर जौहर यूनिवर्सिटी का निर्माण कराया है. वहीं आजम पर जौहर यूनिवर्सिटी के निर्माण में सरकारी पैसे के दुरुपयोग का भी आरोप है. जौहर यूनिवर्सिटी प्रबंधन के खिलाफ रामपुर एडीजे कोर्ट में कई केस चल रहे हैं.

आजम का ड्रीम प्रोजेक्ट है जौहर यूनिवर्सिटी

हाल ही में रामपुर जिला प्रशासन ने सरकारी जमीन पर बने जौहर युनिवर्सिटी की एक दीवार को बुल्डोजर से गिरवा दिया था. आपको बता दें कि जौहर यूनिवर्सिटी आजम खां का ड्रीम प्रोजेक्ट है. अखिलेश सरकार के दौरान आजम ने इस यूनिवर्सिटी में खूब निर्माण कार्य करवाए. जौहर यूनिवर्सिटी का संचालन एक ट्रस्ट करता है.

इस ट्रस्ट के अध्यक्ष खुद आजम खां हैं. उनके बेटे अब्दुल्ला आजम ट्रस्ट के सीईओ और पत्नी तजीन फातिमा ट्रस्ट की सदस्य हैं. जौहर यूनिविर्सिटी के संस्थापक और कुलाधिपति खुद आजम खां ही हैं.