30 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार लेखपाल
विजिलेंस टीम ने बुधवार को एक हल्का लेखपाल को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी ने चंद्रबनी में एक मंदिर परिसर में पुजारी के लिए कमरा बनाने की अनुमति के एवज में एक लाख रुपये मांगे थे।
एसएसपी विजिलेंस सेंथिल अबुदेई के अनुसार चंद्रबनी निवासी एक व्यक्ति ने दो अप्रैल को लेखपाल विशंबर प्रसाद जोशी की शिकायत की थी, जिसमें कहा गया था वे चंद्रबनी मंदिर परिसर में पुजारी के लिए एक कमरे का निर्माण करा रहे हैं। 28 मार्च को वहां लेखपाल जोशी पहुंचे और उन्हें काम ना करने को कहा। इस पर शिकायतकर्ता के भाई ने अपनी रजिस्ट्री और निर्माण के लिए वन विभाग की एनओसी भी दिखाई। लेखपाल ने पुलिस बुलाकर मौके पर काम रुकवा दिया।
मौके पर शिकायतकर्ता के न मिलने पर जोशी ने उन्हें फोन पर संपर्क करने को कहा। शिकायतकर्ता ने फोन किया तो जोशी ने उन्हें तेलपुर चैक पर एक स्वीट शॉप में मिलने को कहा। वहां मिलने पर जोशी ने शिकायतकर्ता से बिना खर्चे पानी के काम न करने देने की बात कही। उसने इसके लिए एक लाख रुपये की मांग की। मोलभाव होने पर लेखपाल ने 75 हजार में मामला सेट करने को कहा।
एएसपी ने शिकायत की करवाई गोपनीय जांच
एएसपी विजिलेंस प्रमोद कुमार के नेतृत्व में शिकायत की गोपनीय जांच करवाई, जो सही पायी गई। इसके बाद विजिलेंस टीम लेखपाल को ट्रैप करने की योजना बनाई। बुधवार को शिकायतकर्ता ने लेखपाल को 30 हजार रुपये की पहली किश्त के लिए कलेक्ट्रेट मेन गेट के पास बुलाया। जहां पैसे लेते ही विजिलेंस टीम ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। डायरेक्टर विजिलेंस आरएस मीना ने ट्रैप टीम को 10 हजार का इनाम देने की घोषणा की।