सेना ने शुरू की मोर्चाबंदी, भारतीय लड़ाकू विमानों ने उत्तराखंड से लगी चीन सीमा पर भरी उड़ान | Nation One
लद्दाख क्षेत्र में चीन के साथ चल रही तनातनी के बीच भारतीय सेना ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी की ओर से चीन से लगी सीमा पर मोर्चाबंदी शुरू कर दी है। बता दें कि उत्तराखंड की चीन सीमा पर सुरक्षा की चौकसी को लेकर वायु सेना भी अलर्ट है। चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर सेना की गतिविधि बढ़ गई है। सीमा की ओर जाने वाले जवान पहले चिन्यालीसौड़ में रूके हैं। सेना के जवानों की आवाजाही की स्थिति पिछले दो दिनों से बनी हुई।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की ओर से की गई हिंसक झड़प के बाद से सीमांत जनपद उत्तरकाशी के बॉर्डर पर भी सेना अलर्ट हो गई हैं। चीन को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए सेना तैयार हैं।
उत्तरकाशी के बॉर्डर पर भारतीय सेना की नौ बिहार रेजीमेंट के सैनिक तैनात हैं। यहां सेना पहले से ही अलर्ट मोड में है। यहां सेना किसी तरह की चूक नहीं चाहती है। भारत-चीन की 345 किलोमीटर लंबी सीमा उत्तराखंड में है। इसमें उत्तरकाशी में करीब 122 किलोमीटर लंबी सीमा है। इस सीमा पर चौकसी की जिम्मेदारी आइटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) के पास है।
सूत्रों के अनुसार चीन की हरकतों को देखते हुए उच्च हिमालयी क्षेत्रों में इस बार सेना और अर्द्धसैनिक बल जाड़ों में भी पर्याप्त संख्या में तैनात रहेंगे। ऐसे में सुरक्षा बलों के लिए पर्याप्त मात्रा में रसद पहुंचायी जाएगी। लिपुलेख सीमा पर तैनात जवानों के लिए गुंजी तक हेलीकॉप्टर और वाहनों से राशन पहुंचाया जाएगा। मिलम के अभी सड़क से नहीं जुड़ पाने के कारण हेलीकॉप्टर से राशन की आपूर्ति की जाएगी।