arjun is real hero of ” घेस – के बाद नहीं है कोई देश “..
बेसक किसी दौर में चमोली जिले के दूरस्थ गांव के लिए यह कहावत मशहूर हो रही हो कि “घेस के बाद कोई देश नही है”। लेकिन इस गांव के किसानों की जो महनेत है उसका श्रेय उत्तराखंड सरकार और अधिकारियों को जा रहा है। जबिक इसके असली हकदार अर्जून सिहं बिष्ट है। जिसने इस गांव में मटर की खेती,और कई अन्य कार्यों को करके यहां के किसानों को प्रोत्साहित किया। आइए जानते है इसके असली हकदार के बारे में….