गुस्से में पवन जल्लाद, बोला-इन चारों को भी अंजाम तक पहुंचाऊंगा | Nation One
नई दिल्ली. हाथरस गैंगरेप केस प्रकरण के बाद से पवन जल्लाद गुस्से में हैं. पीड़िता के संग हुई दरिंदगी की खबर उसके कानों में भी पहुंच गई है. हाथ की बांहे फुलाते हुए उसने कहा कि, अभी इन हाथों में बहुत जान है. ऊपर वाले ने चाहा तो इन चारों को भी अंजाम तक पहुंचाऊंगा. मौका मिले तो मैं आज ही इनके लिए फंदा (Noose) तैयार कर सकता हूं. उस लड़की की मां से मेरा वादा है कि मैं इस हालात में हमेशा उसके साथ हूं.
निर्भया केस के दोषियों को फांसी देने वाले पवन जल्लाद ने बताया, मैं जब निर्भया के दोषियों को फांसी दे रहा था तो मुझे अहसास था कि इसे पूरा देश देख रहा है. जो खुरापाती युवा हैं वो भी देख-सुन रहे होंगे. शायद इसे देखने के बाद अब कोई और युवा ऐसे कांड को अंजाम नहीं देगा लेकिन, जब मैंने हाथरस गैंगरेप केस की इस पीड़िता की मौत की खबर सुनी तो अहसास हुआ कि ऐसे लोग कभी नहीं सुधरेंगे.
पवन जल्लाद ने अपनी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा है, निर्भया केस को मैंने बारीकी से देखा है. कैसे केस को एक-एक पल के लिए खींचकर उसे लंबा किया गया. दोषियों को राहत पहुंचाने की कोशिश की गई लेकिन, मेरा अब सरकार और पुलिस-प्रशासन से अनुरोध है कि इस हाथरस गैंगरेप केस को फॉस्ट ट्रैक कोर्ट में चलाएं. ज़्यादा से ज़्यादा 6 महीने में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी कर आरोपियों को सजा दें और मुझे फांसी देने का मौका दें. जिससे बुरा करने वालों को फांसी देकर मुझे सुकून मिले.
इस वजह से हुई गैंगरेप पीड़िता की मौत
हादसे के 15 दिन बाद हाथरस में हुए कथित गैंगरेप की पीड़ित लड़की की मौत हो चुकी है. अब पीड़िता की मौत की वजहों को लेकर नया खुलासा हुआ है. डॉक्टरों के मुताबिक पीड़िता की मौत गले और रीढ़ की हड्डी में चोट के कारण हुई है. घसीटे जाने और गिरने के चलते पीड़िता के कूल्हे में भी चोट थी. रीढ़ की हड्डी में आई चोट के कारण ही उनके नीचे का हिस्सा काम नहीं कर रहा था. गले में चोट के कारण भी वो हिल-ढुल नहीं पा रही थीं. इसी के चलते उनकी मौत हुई है. यह कहना है जेएन मेडिकल कॉलेज में ट्रॉमा सेंटर के सीएमओ डॉक्टर एहतेशाम का.
पीड़िता के पिता का आरोप है कि जब हम दिल्ली एम्स में बेटी को भर्ती कराने पहुंचे तो वहां मना कर दिया गया. कहा कि आप सफदरजंग अस्पताल जाइए, जबकि बेटी की हालात बहुत खराब थी. यह सब बताने के बाद भी भर्ती नहीं किया गया. इसे लेकर आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और विधायक सौरभ भारद्वाज का कहना है कि यह शर्म की बात है कि अधिकतर बिस्तर खाली होने के बाद भी पीड़िता को एम्स में भर्ती नहीं किया गया. यूपी से एम्स लाई गई बेटी को सफदरजंग में भर्ती करा दिया गया. यह गंभीर लापरवाही है.