रिपोर्ट: अशोक श्रीवास्तव
अमेठी: नवरात्रि के पर्व पर देशभर में जहाँ माता का जागरण, व्रत व पूजा पाठ चल रही है।तो वहीं उत्तरप्रदेश के अमेठी के दादरा में स्थापित पौराणिक देवी हिंगलाज माता मंदिर में भी श्रद्धालुओं कि भीड़ चली आ रही है। सुबह से ही यहाँ श्रद्धालुओं की भीड़ लगनी शुरु हो जाती है। यहां ऐसी मान्यता है कि देवी माँ के सामने सच्चे मन से माँगी हुई हर मुराद पूरी हो जाती है। यही नहीं मुस्लिम धर्म के लोग भी यहाँ माँ के दर्शन के लिए आते है।
लगभग 800 साल पूर्व बाबा पुरुषोत्तम दास ने…
वहीं मंदिर के सेवक अंजनी श्रीवास्तव ने मां देवी हिंगलाज की स्थापना के बारे में बताया कि लगभग 800 साल पूर्व बाबा पुरुषोत्तम दास ने हिंगल पर्वत पर कठिन तपस्या कर के माता को प्रसन्न किया था। जिसके बाद उन्होंने ने गांव की सुख शांति के लिए माता से अपने गांव साथ चलने कि प्रार्थना कि वहीं बाबा की प्रार्थना पर देवी ने प्रतीक स्वरूप उन्हें एक त्रिशूल दिया जो आज भी मंदिर के गर्भगृह में स्थापित है।
किसी ना किसी रुप में मंदिर में साक्षात उपस्थित रहती है माता…
मंदिर परिसर में सोमवार तथा शुक्रवार को मेला लगता है। जहाँ दूर-दराज से आने वाले भक्त मंदिर के हवन कुंड में आहुति डालकर प्रसाद ग्रहण करते हैं। वहीं लोगों का मानना है कि नवरात्रि के दिनों माता किसी ना किसी रुप में मंदिर में साक्षात उपस्थित रहती है।
हिंगलाज माता का दूसरा मंदिर पाकिस्तान के हिंगुल पर्वत पर स्थित…
आपको बता दें दादर के अलावा हिंगलाज माता का दूसरा मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के लारी जनपद के हिंगुल पर्वत पर स्थित है। जिसे माता के हिंगलाज का धाम कहा जाता है।