Amethi : पूर्व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के घर ED की टीम ने मारा छापा | Nation One
बड़ी खबर यूपी के अमेठी से है जहां सपा सरकार के पूर्व कैबिनेट खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के आवास विकास कालोनी व लखनऊ स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय के आधा दर्जन से अधिक अधिकारियों ने एक साथ सुबह 8 बजे छापा डाला।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में दर्ज मुकदमे में जांच के लिए इलाहाबाद से आई ईडी की टीम ने पूर्व मंत्री के घर में गहनता से छानबीन की। ये जांच पड़ताल सुबह 8 बजे से लेकर ढाई बजे तक लगभग साढ़े छह घंटे चली।
इसी दौरान ईडी के अधिकारियों ने पूर्व मंत्री के निजी चालक राम राज यादव निवासी टिकरी के आवास पर भी छापा मारा। दोनों जगह से कुछ महत्वपूर्ण कागजात अधिकारियों के हाथ लगे हैं। अधिकारियों ने घर में मौजूद सदस्यों से सिर्फ कागजात के बारे में ही पूंछ ताछ की। फिलहाल ईडी की इस कार्यवाही के दौरान मीडिया को दूर रखा गया था।
आपको बता दें पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति अखिलेश यादव की सपा सरकार ने 2012 से 2017 तक अपने मंत्री काल में आय से 6 गुना संपत्ति अर्जित की थी, प्रवर्तन निदेशालय ने सीबीआई को तरफ से अगस्त 2019 में दर्ज एफआईआर को आधार बनाकर गायत्री और 5 IAS अफसरों पर मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज कर जांच शुरू की थी।
ऐसे में सपा सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुश्किलें कम होती दिख नहीं रही हैं। बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गायत्री के अमेठी और राजधानी लखनऊ स्थित घर पर एक साथ छापेमारी की। इसके अलावा ED की तीसरी टीम राजधानी में विभूति खंड स्थित गायत्री के बेटे के ओमेक्स के ऑफिस पर दस्तावेजों को खंगाल रही है।
बता दें कि वर्ष 2012-17 के दौरान मंत्री रहते हुए प्रजापति ने आय से छह गुना अधिक संपत्तियां बनाई थी। वैध स्रोतों से उनकी आय 50 लाख रुपए के करीबी थी, जबकि उनके पास तीन करोड़ से अधिक की संपत्तियां मिलीं थीं। पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति वर्तमान में दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद हैं। इस मामले में लखनऊ पुलिस ने 15 मार्च 2017 को पूर्व मंत्री को गिरफ्तार कर जेल भेजा था और तब से वह जेल में हैं।
सूत्रों के अनुसार ED इस बात की जानकारी जुटाने में लगी है कि संपत्तियां खरीदने के लिए धन किन स्रोतों से आया? उनसे आयकर रिटर्न और बैंक खातों के संबंध में भी जानकारी ली जाएगी। ऐसी ज्यादातर संपत्तियां भवन, भूखंड और फ्लैट के रूप में है।
बेटे से पूछताछ में शेल कंपनियों का हुआ था खुलासा
ED इस मामले में प्रजापति व उनके दोनों बेटों समेत कई लोगों से पूछताछ भी कर चुकी है। इस दौरान शेल कंपनियों के साथ करोड़ों के ट्रांजेक्शन से जुड़े सबूत मिले थे। गायत्री प्रजापति के बेटे पर आरोप है कि उन्होंने शेल कंपनियों के जरिए मोहनलालगंज में करोड़ों की संपत्तियां खरीदी हैं। इसके अलावा खनन घोटाले के मामले में भी उनसे पूछताछ हुई।
इसके अलावा यह भी पता चला है कि बेटे की कंपनी एमजे कॉलोनाइजर्स ने लखनऊ में बड़ी खरीद की है। एमजे कॉलोनाइजर्स ने लखनऊ के मोहनलालगंज में 110 बीघा जमीन खरीदी, एक बीघे जमीन की कीमत एक करोड़ रुपए बताई जा रही है। गायत्री के बेटे पूछताछ के दौरान पुणे में महंगा रो-हाउस खरीदने की बात कबूल चुके हैं।
रिपोर्ट : अशोक श्रीवास्तव