कृषि विधेयकों से बर्बाद हो जाएगी खेती, बंधुआ बन जाएंगे किसान: समाजवादी पार्टी | Nation One
संसद में पारित किए गए किसानों व श्रमिकों के हितों पर आघात करने वाले विधेयकों के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने प्रदेश भर में जिलाधिकारियों के जरिए राज्यपाल को ज्ञापन भेजे। पार्टी ने मांग की है कि केंद्र सरकार के कृषि व श्रम कानून प्रदेश में लागू न किए जाएं।
वहीं समाजवादी पार्टी ने कृषि से जुड़े बिलों के खिलाफ किसान संगठनों के आंदोलन का समर्थन किया। बता दें कि सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि कृषि व श्रमिक कानूनों को वापस नहीं लिया गया तो प्रदेश में खेती बर्बाद हो जाएगी और श्रमिक बंधुआ मजदूर बनकर रह जाएंगे।
साथ ही साथ उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार किसानों का मालिकाना हक छीनना चाहती है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित करने वाली मंडियां धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगी। किसानों को फसल का एमएसपी तो दूर, उचित दाम तक नहीं मिलेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि श्रमिक कानून में बदलाव के बाद तो श्रमिकों का शोषण करने का पूरा अधिकार फैक्टरी मालिकों को मिल जाएगा। अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार चंदा देने वाले पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए पहले किसानों के शोषण का बिल लाई और फिर अपने उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए श्रमिक शोषण का एकतरफा बिल लाई है।