भारत के बाद अब अमेरिका भी चाइनीज ऐप्स को कर सकता है बैन, पढ़े पूरी खबर | Nation One

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा कि अमेरिका निश्चित तौर पर चाइनीज ऐप्स को बैन करने पर विचार कर रहा है। फॉक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि टिक-टॉक समेत दूसरी चाइनीज ऐप्स को अमेरिका में बैन किया जा सकता है। बता दें कि अमेरिका और चीन के रिश्तों में पिछले कुछ समय से तनातनी चल रही है।

पोम्पिया का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पिछले ही सप्ताह यहां के फेडरल कम्युनिकेशन कमीशन (FCC) ने चीन की तकनीकी कंपनियों, हुवाई और ZTE के साथ-साथ इनकी पैरेंट कंपनी, उससे जुड़ी संस्थाएं और सब्सिडियरी को भी अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा बताया था।

FCC प्रमुख अजित पाई ने अपने बयान में कहा था कि यह कदम अमेरिका के कम्युनिकेशन नेटवर्ट और 5G को सुरक्षा जोखिमों से बचाने के लिए उठाया गया है।

पाई ने कहा कि हुवाई और ZTE, दोनों कंपनियों के चीन की कम्युनिस्ट पार्टी और वहां की सेना के नजदीकी संबंध है। साथ ही दोनों कंपनियां चीनी कानून के तहत काम करती है। इस वजह से उन्हें देश की खुफिया एजेंसियों को सूचनाएं देनी पड़ती है। इसलिए ये अमेरिका की सुरक्षा के लिए एक खतरा बनी हुई है।

बता दें कि भारत ने सीमा पर जारी विवाद के बीच पिछले महीने के अंत में टिक-टॉक ऐप सहित 59 ऐप्स पर बैन लगा दिया था। सरकार का कहना था कि ये देश की संप्रुभता और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर रही थीं।

भारत के इस फैसले का स्वागत करते हुए पोम्पियो ने इन ऐप्स को चीनी कम्युनिट पार्टी के सर्विलांस का अंग बताया था। उन्होंने कहा था कि इस फैसले से भारत की संप्रभुता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा।