
पुरोहितों के भारी विरोध के बाद धामी सरकार ने की देवस्थानम बोर्ड भंग करने की घोषणा | Nation One
देवस्थानम बोर्ड को लेकर पांडा पुरोहित काफी लंबे समय से विरोध कर रहे हैं। इसको लेकर समय-समय पर बीजेपी के बड़े नेताओं को तीर्थ पुरोहितों का विरोध भी झेलना पड़ा।
साथ ही पंडा पुरोहितों ने अल्टीमेट भी दिया था कि अगर मैं देवस्थानम बोर्ड को सरकार भंग नहीं करती है तो आंदोलन और भी उग्र किया जाएगा और जितने भी पंडा पुरोहित हैं वह बीजेपी की सदस्यता से भी अपने को स्वतंत्र कर देंगे।
इसी क्रम में आज पर्यटन, लोक निर्माण, धर्मस्व, सिंचाई एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज की अध्यक्षता में उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड पर पुनर्विचार हेतु मंत्री गणों की उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट परीक्षण एवं अध्ययन के पश्चात सतपाल महाराज ने सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंप दी।
उत्तराखंड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों के परिपेक्ष में चारों धामों के हितधारकों पंडा, पुरोहितों और पुजारियों द्वारा समय-समय पर विरोध, आंदोलन के मध्येनजर वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत समाधान हेतु समिति की रिपोर्ट के सम्यक परीक्षणोंपरांत और सतपाल महाराज की अध्यक्षता में गठित मंत्री गणों की उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट को सोमवार को सतपाल महाराज ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंप दिया।
वही कुछ दिन पहले तीर्थ पुरोहितों ने मंत्रियों के आवास के बाहर भी प्रदर्शन किया था और उनकी शासकीय मंत्री सुबोध उनियाल से नोकझोंक भी हो गई थी उसके बाद तीर्थ पुरोहितों ने सचिवालय तक प्रदर्शन भी किया था।