हरिद्वार : कुम्भ में वैसे तो कई व्यक्ति और संस्थाएं है जो सेवा के कई कार्य कर रहे है। मगर हिमाचल प्रदेश का एक व्यक्ति अकेले ही गरीबो की सेवा में जुटा हुआ है। यह व्यक्ति अकेले ही एक पूरी संस्था है, जो कुम्भ क्षेत्र में अपने बलबूते पर गरीब लोगों को भोजन करा रहा है। सामान्य परिवार का यह व्यक्ति हरिद्वार में अपने माता पिता की याद में रोजाना अलग अलग स्थानों पर लंगर लगा कर गरीबो को भोजन करा रहा है।
मानव सेवा ही सच्ची ईश्वर सेवा है, गरीबो को भोजन कराने पर मन को असीम संतुष्टि प्राप्त होती है। इसी को मूल मंत्र मानकर हिमाचल के एक छोटे से शहर से हरिद्वार आकर एक साधारण परिवार के राकेश गरीबो की सेवा में जुटे हुए है।
राकेश पेशे से व्यापारी है, मगर आजकल वह अपना काम धाम छोड़कर हरिद्वार में भूखों को भोजन कराने में लगे हुए है। राकेश 7 मार्च से ही हरिद्वार में अलग अलग जगहों पर लंगर लगाकर गरीबो को भोजन करा रहे है। राकेश यह सब कुछ अपने बलबूते पर कर रहे है।
इनका कहना है कि अपने पिता स्वर्गीय बनारसी दास और स्वर्गीय माता जी त्रिशला देवी की याद में गरीबो को भोजन करने का संकल्प किया था। मैंने पहले हरिद्वार में केवल 3 स्थानों पर 3 दिन लंगर लगाने का विचार बनाया था।
मगर अब मैं पूरे कुम्भ अवधि तक रोजाना हरिद्वार में गरीबो के लिए अलग अलग स्थानों पर लंगर आयोजित करूँगा ताकि कोई भूखा ना रहे। इनका कहना है कि वैसे तो में अकेले ही इस काम को कर रहा हूँ, मगर जब मेरे कुछ साथियों को इसके बारे में पता चला तो उन्होंने भी इस कार्य मे सहयोग किया।
राकेश द्वारा किए जा रहे इस कार्य से गरीब लोगों को भोजन मिल रहा है। यह उनकी मानवता ही है, इसके द्वारा इस कार्य को जारी रखने का प्रयास किया जा रहा हैं। इस कार्य के लिए अब उनको सहयोग भी मिलने लगा है क्योंकि राकेश अकेले चले थे मगर अब उनका कारवां बढ़ता जा रहा है।
रिपोर्ट : वंदना गुप्ता