भाजपा बोली … शिक्षिका मामले में कांग्रेस कर रही घटिया राजनीति
रिपोर्ट … क्रांति मिशन डॉट काम
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के जनता दरबार में शिक्षिका द्वारा किए गए बर्ताव और उसके बाद सीएम की तरफ से की गई कार्रवाई में भाजपा ने सरकार का मजबूती से पक्ष लिया है। भाजपा के मीडिया प्रभारियों एवं नेताओं ने बैठक कर सरकार के फेसले को उचित करार दिया और कांग्रेस पर बिना वजह मामले को तूल देने का आरोप लगाया है। भाजपा ने शिक्षिका मामले में कांग्रेस की तरफ से किए गए विरोध प्रदर्शन को घटिया राजनीति करार दिया है। भाजपा के मीडिया प्रभारी डॉ देवेन्द्र भसीन ने कहा जिस प्रकार का आचरण शिक्षिका की ओर से जनता दरबार में किया गया था उसको देखते हुये शिक्षा विभाग द्वारा राजकीय सेवक आचरण नियमावली के अनुसार सामान्य अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। भसीन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा इस मामले में बहुत ही घटिया और गैर जिम्मेदाराना तरीके से राजनीति की जा रही है, जो कि कांग्रेस के राजनीतिक दिवालियेपन का सबूत है। न्यायालय अनेकों बार निर्णय कर चुके हैं कि निलम्बन कोई सजा नहीं है बल्कि प्रारम्भिक जांच प्रक्रिया का हिस्सा मात्र है।
भसीन ने कहा कि यह बताना भी जरूरी है कि उक्त अध्यापिका के विरूद्ध पूर्व में भी दो बार अनुशासनात्मक कार्यवाही हो चुकी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में इन्हीं शिक्षिका को सेवा समाप्ति का नोटिस कांग्रेस सरकार के दौरान दिया गया इसलिये कांग्रेस को आज घडि़याली आंसू बहाने की बजाय उत्तराखंड की जनता को यह बताना चाहिये कि उस समय कांग्रेस की सरकार ने इन शिक्षिका के समस्याओं के निराकरण के लिये क्या कार्यवाही की। अपने इस दोगले आचरण के लिये कांग्रेस पार्टी को सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिये। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री के जनता दरबार में मर्यादा और अनुशासन को लांघते हुये जो आचरण किया गया वह सर्वविदित है।
भसीन ने सवाल किया कि कांग्रेस पार्टी व वे तमाम लोग जो सहानुभूति का ढोंग कर रहे हैं उन्हें यह भी बताना चाहिये कि उस प्राथमिक विद्यालय के बच्चों का क्या गुनाह है जिनके प्राधानाध्यापक लगभग 1 वर्ष से बिना विभागीय अनुमति के विद्यालय से अनुपस्थित हैं। यह नौनिहाल तो अपने अधिकारों के लिये आंदोलन भी नहीं कर सकते और न ही मीडिया में बयानबाजी। भसीन ने कहा क्या इनके प्रति किसी की कोई जिम्मेदारी नहीं बनती? भसीन ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि कांग्रेस शासन में स्थानान्तरण एक उद्योग बन चुका था और भाजपा सरकार में इस भ्रष्टाचार पर कड़ाई से अंकुश लगाया गया है, शायद यही कांग्रेस की बौखलाहट का असली कारण हैं। इस दौरान सह मीडिया प्रभारी शादाब शम्स, बलजीत सोनी, मीडिया पैनालिस्ट मधु भट्ट, सुभाष बर्त्थवाल आदि उपस्थित रहे।