Mob Lynching : मुस्लिम समझकर दलित युवक की बेरहमी से पिटाई, अंडरवियर उतरवाकर चेक किया धर्म | Nation One
Mob Lynching : मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के औद्योगिक क्षेत्र में निमरानी में मॉब लिंचिंग का मामला सामने आया है। यहां कुछ युवकों ने एक दाढ़ी वाले दलित युवक को मुस्लिम समझकर बेरहमी से पीटा।
इस दौरान युवक चिल्लाता रहा कि मैं हिंदू हूं। लेकिन आरोपियों ने पिटाई जारी रखी। बाद में उन्होंने धर्म जानने के लिए युवक का अंडरवियर भी उतारा। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधिकारियों ने चार आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
Mob Lynching : कार्यक्रम से बैंड बजाकर वापस घर लौट रहा था युवक
रिपोर्ट्स के मुताबिक खरगोन जिले के निमरानी में बैंड बाजा बजाने का काम करने वाले आदित्य रोकड़े किसी कार्यक्रम से बैंड बजाकर वापस घर लौट रहा था। रास्ते में कुछ लोगों ने चोरी का आरोप लगाकर उसे रोक लिया और पिटाई शुरू कर दी।
बताया जा रहा है कि आदित्य को इसलिए पीटा गया क्योंकि उसके चेहरे पर दाढ़ी थी। घटना के वायरल वीडियो में आरोपी बार-बार आदित्य का नाम पूछते हैं और उसे मुस्लिम बताकर पीटते हैं।
Mob Lynching : आरोपी कह रहे थे की वो मुसलमान हैं
आदित्य की मां भगवती के मुताबिक उनका बेटा खलघाट में ढोल बजने गया था वहां से आते समय उसने घर आने के लिए शॉट रास्ता अपनाया।
जब वह फैक्ट्री के पास से गुजर रहा था तब कुछ लोग उसकी ओर दौड़े। उस समय आदित्य ने शराब भी पी हुई थी तो वह डर गया। इस बीच भीड़ से उसे पकड़ लिया और मारपीट शुरू कर दिया।
आरोपी कह रहे थे की वो मुसलमान हैं। जबकि आदित्य ने अपना नाम पता और जाति भी उन लोगो को बता दी उसके बाद भी उसे मारते रहे उसे गोली मरने की बात बोलते रहे।
Mob Lynching : अंडरवेयर उतार कर देखा की मुसलमान है या हिन्दू
बाद में उसकी अंडरवेयर उतार कर देखा की मुसलमान है या हिन्दू। आदित्य की मां का आरोप है कि जहां मारपीट हो रही थी वहां पुलिस भी मौजूद थी लेकिन उसके बाद भी उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। भीड़ उसे पुलिस के सामने भी पीटती रही।
इतना ही नहीं इसके बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर उल्टे आदित्य को ही गिरफ्तार भी कर लिया। बाद में वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आदित्य की ओर से एफआईआर दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ ST/SC एक्ट सहित IPC की अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया।
Mob Lynching : पीड़ित को मुस्लिम समझकर पीटा
हालांकि, खरगोन पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने इस बात से इनकार किया है कि पीड़ित को मुस्लिम समझकर पीटा गया। उन्होंने कहा है कि इसमें कोई धार्मिक फैक्टर नहीं है।
सिंह ने बताया कि मामले में रितेश शर्मा, रामविलास चौधरी, बबलू दौड़वे और चेतन पाटिल सहित अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
साथ चौकी प्रभारी राजेंद्र बघेल को लापरवाही के कारण निलंबित कर दिया गया है और महेश्वर SDOP मनोहर सिंह गवली को चौकी प्रभारी के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं।
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