Repo Rate Hike Effect: Reserve Bank ने 40 बेसिस प्वाइंट बढ़ाई ब्याज दर, बैंक से लोन लेना होगा महंगा | Nation One
Repo Rate Hike Effect: जहां एक तरफ आम आदमी पहले ही महंगाई की मार झेल रहा था तो वहीं अब महंगाई का थर्ड डिग्री टॉर्चर भी आम आदमी की रिमांड लेने के लिए धरातल पर आ गया है।
जी हां, मार्च में सिलेंडर की महंगाई अप्रैल में पैट्रोल डीजल और पीएनजी सीएनजी की महंगाई, कॉमर्शि्यल सिलेंडर की महंगाई। अब इन सब झटको के बाद एक नया झटका आम आदमी को लगने वाला है।
बता दें रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अचानक रेपो रेट में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है. रेपो रेट यानी वो ब्याज दर्ज जिसपर बैंक आरबीआई से कर्ज लेता है। 46 महीने बाद आरबीआई ने रेपो रेट बढ़ा दिया है, रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने इसकी घोषणा की है।
रिजर्व बैंक ने अब रेपो रेट को 4 फीसदी से बढ़ाकर 4 दश्मलभ 40 फीसदी कर दिया है। हालांकि रिवर्स रेपो रेट को 3 दश्मलभ 35 फीसदी पर ज्यों का त्यों छोड़ दिया गया है। रेपो रेट में हुई इस बढ़ोतरी से आम आदमी पर सीधे असर पड़ेगा।
क्या होगा Repo Rate Hike Effect
1. आरबीआई द्वारा रेपो रेट बढ़ाने से होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोग, पर्सनल लोन हर तरह की लोन ज्यादा हो सकती है। सभी कर्जों की ईएमआई बढ़ जाएगी। क्योंकि बैंक आम तौर पर बढ़ी हुई रेपो रेट का बोझ खुद झेलने की बजाय ग्राहकों पर डाल देते हैं।
2. रेपो रेट बढ़ने का असर आपके सेविंग बैंक अकाउंट और एफडी पर भी पड़ेगा। बैंक सेविंग अकाउंट और सावधि जमा पर ब्याज दर बढ़ा सकते हैं।
3. बैंक पहले जितनी ही ईएमआई रखकर, लोन पीरियड को आगे बढ़ा सकता है। मतलब पहले जो लोन 160 महीनों के लिए लिया था वो 162 या 165 महीने किया जा सकता है।
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4. रेपो रेट बढ़ने से महंगाई को कम करने में मदद मिल सकती है। रिजर्व बैंक का मानना है कि ब्याज दर महंगा होने से मुद्रास्फीति की दर पर लगाम लगाई जा सकेगी।
यही वजह है कि लगातार बढ़ती महंगाई पर काबू पाने के रेपो रेट में बढ़ोतरी करके इसे काबू में करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि आम आदमी को ये डर है कि जब तक महंगाई की दर कम होगी तब तक कहीं कंगाली का आलम न आ जाए ।