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Cyber Crime : चीनी हैकरों ने भारत को बनाया निशाना, इन सेक्टरो पर किया टारगेट | Nation One
Cyber Crime : चीन के हैकरों ने भारत के खिलाफ हाल ही के महीनों में बड़ी साजिश रची हैं। खुफिया जानकारी का रिकॉर्ड रखने वाली कंपनी रिकॉर्डेड फ्यूचर ने कल बुधवार को अपनी एक रिपोर्ट रिलीज की।
रिपोर्ट में कहा कि चीन ने साइबर जासूसी अभियान के तहत भारत में बिजली सेक्टर को निशाना बनाया हैं। वही रिकॉर्डेड फ्यूचर की सीनियर मैनेजर जोनाथन का कहना है कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स डिवाइस और कैमरों का इस्तेमाल करके घुसपैठ करना काफी आसान है।
Cyber Crime : डिस्पैच सेक्टर को किया टारगेट
रिपोर्ट की मानें तो उसमें कहा गया है कि चीनी हैकर्स ने उत्तर भारत में कम से कम 7 ‘लोड डिस्पैच सेंटर’ पर ध्यान केंद्रित किया है। रिपोर्ट में कहा गया कि जानकारी निकालने के लिए हैकर्स ने एक भारतीय राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली और एक बहुराष्ट्रीय रसद कंपनी की सहायक कंपनी से समझौता किया था।
अमेरिका के मैसाचुसेट्स की निजी खुफिया फर्म रिकॉर्डेड फ्यूचर ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि चाइनीस हैकर ने पिछले 18 महीनों में स्टेट और रीजनल लोड डिस्पैच सेक्टर्स को लगातार टारगेट किया है।
Cyber Crime : हैक हुए अकाउंट के आंकड़े
वहीं भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक भारत में 2017 से अब तक कई अकाउंट हैक हुए हैं। आंकड़ों की मानें तो 641 ऐसे अकाउंट है जो हैक किए गए। इसके बाद 2017 में 114 अकाउंट हैक किए गए।
वहीं 2019 में 61, 2020 में 77 अकाउंट हैक किए गए। पिछले साल 2021 में 186 अकाउंट हैक किए गए। और इसी साल 2022 में अब तक 28 सरकारी सोशल मीडिया अकाउंट हैक किए गए हैं।
Cyber Crime : शैडोपेड नाम के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल
रिपोर्ट का कहना है कि चाइनीस हैकर ने लद्दाख के पास उत्तरी भारत के क्षेत्रों में ग्रिड नियंत्रण और बिजली सप्लाई को अपना निशाना बनाया है। हैकिंग के लिए हैकिंग ग्रुप ने शैडोपेड नाम के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया।
रिकॉर्डेड फ्यूचर के मैनेजर का कहना है कि इसी डिवाइस का इस्तेमाल पहले भी ताइवान और दक्षिण कोरिया में घुसपैठ के लिए किया जा चुका है।
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